एक वक्त था जब लोग स्काइप से घंटों वीडियो कॉल किया करते थे। चाहे अमेरिका हो या ऑस्ट्रेलिया, बस इंटरनेट चाहिए और फ्री में बात हो जाती थी। पुराने जमाने में इंटरनेशनल कॉल महंगी हुआ करती थीं, लेकिन स्काइप ने सब कुछ बदल दिया। दुनिया भर में रहने वाले रिश्तेदार और दोस्त अब बस एक क्लिक दूर हो गए थे।
माइक्रोसॉफ्ट ने 5 मई को स्काइप को कह दिया अलविदा
आज, 5 मई 2025 को Skype का सफर खत्म हो गया। Microsoft ने 28 फरवरी को ही बता दिया था कि अब वो Skype को बंद करने जा रहा है। कंपनी अब अपने दूसरे प्लेटफॉर्म Microsoft Teams पर फोकस करना चाहती है। इसलिए स्काइप की सर्विस को आज से पूरी तरह बंद कर दिया गया।
2003 में हुई थी Skype की शुरुआत
स्काइप की शुरुआत 29 अगस्त 2003 को लग्ज़मबर्ग से हुई थी। यह पहला ऐसा प्लेटफॉर्म था, जिसने वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VoIP) को पॉपुलर बना दिया। Skype ने कंप्यूटर से फ्री कॉलिंग शुरू की, जिससे इसकी पॉपुलैरिटी तेजी से बढ़ी। 2005 में eBay ने इसे खरीदा, लेकिन फिर 2011 में Microsoft ने इसे $8.5 बिलियन में खरीद लिया।
बंद होने से पहले मिले यूज़र्स को माइग्रेशन के मौके
28 फरवरी से Microsoft ने नए Skype यूज़र्स के लिए कॉलिंग प्लान और क्रेडिट बेचना बंद कर दिया था। पुराने यूज़र्स को Skype से Teams पर जाने के लिए तीन महीने का वक्त दिया गया था। माइक्रोसॉफ्ट ने ट्रांजिशन आसान बनाने के लिए हेल्प और टूल्स भी दिए थे। यूज़र्स अपना वही लॉगिन Teams में डालते ही सारी चैट्स, कॉन्टैक्ट्स और हिस्ट्री Teams में ट्रांसफर हो जाती हैं।
Skype के अल्टरनेटिव अब आपके पास मौजूद हैं
अगर आप सोच रहे हैं कि अब Skype की जगह क्या इस्तेमाल करें, तो आपके पास कई ऑप्शन हैं। Zoom, Google Meet, और Slack जैसे प्लेटफॉर्म फ्री वीडियो कॉलिंग और मीटिंग्स की सुविधा देते हैं। ये सब आज की जरूरतों के हिसाब से बेहतर भी हैं और ज्यादा फीचर्स भी देते हैं।

- Skype की शुरुआत 2003 में हुई थी और 2025 में इसे बंद कर दिया गया।
- Microsoft ने Skype को बंद करके अब Teams को बढ़ावा देने का फैसला लिया है।
- 28 फरवरी को कंपनी ने Skype बंद करने का ऐलान किया था और नया रजिस्ट्रेशन रोक दिया गया था।
- पुराने यूज़र्स को Teams पर जाने के लिए माइग्रेशन का ऑप्शन दिया गया था।
- Skype की जगह अब आप Zoom, Google Meet, और Slack जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं।