हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन यानी मंगलवार 25 मई को भारतीय शेयर बाजार ने एक बार फिर मजबूती के संकेत दिए हैं। सुबह 9:15 बजे के करीब सेंसेक्स 200 अंकों की बढ़त के साथ खुला, जबकि निफ्टी 25,100 के ऊपर कारोबार करता नजर आया। बाजार में यह सकारात्मक रुख मुख्य रूप से वैश्विक संकेतों, आरबीआई की रेपो दर में कटौती, और मजबूत बैंकिंग स्टॉक्स के चलते देखा गया।
RBI की दर कटौती बनी निवेशकों का संबल
रिजर्व बैंक ने हाल ही में रेपो रेट में 0.5 प्रतिशत की बड़ी कटौती की घोषणा की है, जिससे निवेशकों के बीच लिक्विडिटी को लेकर भरोसा बढ़ा है। इस नीति से न केवल बैंकिंग सेक्टर को राहत मिली है, बल्कि उपभोक्ता और ऑटो सेक्टर में मांग भी बढ़ने की उम्मीद है। यही वजह है कि बैंकिंग शेयरों में जमकर खरीदारी देखने को मिली।
एशियाई बाजारों से मिला सपोर्ट
मंगलवार को एशिया-पैसिफिक बाजारों ने भी घरेलू निवेशकों को पॉजिटिव संकेत दिए। जापान का निक्केई 0.5%, टॉपिक्स इंडेक्स 0.2%, और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.03% की तेजी के साथ खुले। ऑस्ट्रेलिया का ASX 200 लगभग 0.49% बढ़ा, जिससे भारतीय बाजारों को वैश्विक समर्थन मिला।
सोमवार का प्रदर्शन भी रहा दमदार
एक दिन पहले, यानी सोमवार को भी घरेलू बाजार में मजबूती का दौर जारी रहा। BSE सेंसेक्स 256 अंक चढ़कर 82,445.21 पर बंद हुआ, जबकि NSE निफ्टी 100 अंक ऊपर जाकर 25,103.20 पर क्लोज हुआ। पूरे सत्र के दौरान सेंसेक्स ने 480 अंकों की ऊंचाई तक झांका। इस मजबूती में मुख्य योगदान कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक और एनटीपीसी जैसे दिग्गज शेयरों का रहा।
ऊर्जा बाजार भी गर्म, कच्चा तेल उछला
अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा बाजार में भी हलचल दिखी। ब्रेंट क्रूड का दाम 67 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया, जो इन्वेस्टमेंट सेंटिमेंट को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, घरेलू बाजार पर इसका फिलहाल ज्यादा नकारात्मक असर नहीं देखा गया है।
विदेश नीति पर भी टिकी निगाहें
अमेरिका और चीन के बीच एक और दौर की व्यापार वार्ता की अटकलें निवेशकों को आश्वस्त कर रही हैं। यदि यह वार्ता सफल रहती है, तो वैश्विक सप्लाई चेन और कमोडिटी बाजारों पर सकारात्मक असर पड़ सकता है, जिसका लाभ भारतीय कंपनियों को भी मिलेगा।