निर्जला एकादशी पर जहां लोग आस्था के साथ लोगों को सड़कों पर शीतल पेय पिलाते हैं और अनेक लोग व्रत उपवास रखते हैं। जयपुर में कुछ युवकों ने अपने सोशल अकाउंट्स पर वीडियो डालने और रील बनाने के लिए सड़क पर शराब परोस दी। मामला जयपुर के मानसरोवर इलाके का है। जहां ये युवक एक स्कार्पियो में शराब के कार्टन लेकर पहुंचे और राह चलते लोगों, ऑटो रिक्शा चालकों, सवारियों को फ्री में शराब पकड़ानी शुरू कर दी।
इसके बाद इन्होंने वीडियो पोस्ट किया, जो तेजी से वायरल हुआ। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने छानबीन शुरू की और स्कॉर्पियो के नंबर के आधार पर सात जनों को गिरफ्तार कर लिया।
इनमें मुख्य आरोपी—लप्पू सचिन, असली नाम सचिन सिंह, झुंझुनूं का रहने वाला है और फिलहाल जयपुर के उदय ग्रीन रेजीडेंसी में रह रहा था। साथ में पकड़े गए आरोपियों में प्रदीप कड़वासरा, विकास वर्मा, अभिषेक निर्मल, सुनील कुमार, आदित्य महरिया और अंकित शामिल हैं। सभी की उम्र 19 से 25 के बीच।
गिरफ्तारी के बाद मांगी माफी, बोले– फेमस होना चाहते थे
गिरफ्तारी के बाद सभी आरोपियों ने कान पकड़कर माफी मांगी। कहा कि हमारा मकसद बस फेमस होना था, फॉलोअर्स बढ़ाना था। इनमें सचिन के इंस्टाग्राम पर 1.9 मिलियन फॉलोअर्स, यूट्यूब पर 6.99 लाख सब्सक्राइबर्स हैं।
भड़क सकती थी धार्मिक भावनाएं
पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) दिगंत आनंद ने बताया कि वीडियो न सिर्फ कानूनन आपत्तिजनक था, बल्कि धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाने वाला पाया गया।
एकादशी जैसे पवित्र दिन पर इस तरह की हरकतें शहर के माहौल को बिगाड़ सकती थीं। यही वजह थी कि पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की और 24 घंटे के भीतर सभी आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
कंटेंट की दौड़ में बहक गए युवा
पूछताछ में सभी युवकों ने माना कि यह वीडियो सोच-समझकर बनाया गया था। मकसद था—रिएक्शन पाना, लाइक्स बटोरना, फॉलोअर्स की संख्या बढ़ाना।
अब पुलिस उन सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी निगरानी कर रही है, जहां से वीडियो वायरल हुआ था।