भारत का इतिहास विविधताओं और संघर्षों से भरा हुआ है, और 25 अप्रैल का दिन भी कई महत्वपूर्ण घटनाओं का साक्षी रहा है। यह दिन न केवल राजनीतिक और सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक परिवर्तनों का भी प्रतीक है। इस दिन की घटनाएं भारत की राजनीति, समाज और संस्कृति पर गहरे प्रभाव छोड़ गई हैं।
आज है विश्व मलेरिया दिवस
हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है। इस दिन का मकसद है लोगों को मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारी के बारे में जागरूक करना और इसे खत्म करने के लिए मिलकर काम करना। सरकारें, डॉक्टर्स, हेल्थ वर्कर और आम लोगों को मिलकर मलेरिया के खिलाफ ज़रूरी कदम के लिए प्रेरित करता है।
मलेरिया सिर्फ एक बुखार नहीं है, सही समय पर इलाज न हो तो ये जान भी ले सकता है। इसलिए ये दिन हमें याद दिलाता है कि साफ-सफाई रखें, मच्छरों से बचें और अगर बुखार हो तो बिना देर किए डॉक्टर को दिखाएं।
आज के दिन इतिहास में प्रमुख घटनाएं
- 1982: दिल्ली में रंगीन टेलीविजन प्रसारण की शुरुआत
25 अप्रैल 1982 को दिल्ली में रंगीन टेलीविजन प्रसारण की शुरुआत हुई, जिसने भारतीय मीडिया और मनोरंजन उद्योग में एक नई क्रांति की नींव रखी। - 1801: अमृतसर संधि
ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और महाराजा रणजीत सिंह के बीच अमृतसर संधि पर हस्ताक्षर हुए, जिसने पंजाब में ब्रिटिश और सिख साम्राज्य के बीच संबंधों को स्थिर किया। यह संधि दोनों पक्षों के लिए रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण थी।
आज के दिन हमने इन्हें खो दिया
- 2005 – स्वामी रंगनाथनंदा – भारतीय संत
2000 – पण्डित मुखराम शर्मा – भारतीय हिन्दी फ़िल्मों के सुप्रसिद्ध कथा, पटकथा और कहानी लेखक
1992 – उज्ज्वला मजूमदार – भारत की प्रसिद्ध महिला क्रांतिकारियों में से एक थीं
1968 – बड़े ग़ुलाम अली ख़ाँ – शास्त्रीय गायक
जन्म
- 1743: महाराणा राज सिंह द्वितीय का जन्म
मेवाड़ राज्य के शासक महाराणा राज सिंह द्वितीय का जन्म 25 अप्रैल 1743 को हुआ। उन्होंने मेवाड़ की राजनीति और संस्कृति में महत्वपूर्ण योगदान दिया। - 1819: जय सिंह तृतीय का जन्म
जयपुर राज्य के महाराजा जय सिंह तृतीय का जन्म 25 अप्रैल 1819 को हुआ। उनकी शासनकाल में जयपुर ने सांस्कृतिक और स्थापत्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण विकास किया।