यूक्रेन ने अमेरिका को दुर्लभ खनिज देने पर सहमति जताई है, जबकि अमेरिका ने अपनी 500 बिलियन डॉलर की खनिज मांग छोड़ दी। इस समझौते के बदले अमेरिका यूक्रेन के पुनर्विकास में मदद करेगा, लेकिन सुरक्षा गारंटी नहीं दी गई है। वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने रूस से जल्दबाजी में समझौता करने की चेतावनी दी है।
नेशनल ब्रेकिंग. यूक्रेन ने अमेरिका को दुर्लभ खनिज (रेयर अर्थ मटेरियल) देने पर सहमति जताई है। मंगलवार को दोनों देशों के अधिकारियों ने इसकी घोषणा की। इसके साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए शुक्रवार को अमेरिका का दौरा कर सकते हैं।
अमेरिका ने अपनी 500 बिलियन डॉलर की खनिज मांग छोड़ी
ट्रम्प करीब एक महीने से यूक्रेनी सरकार पर दबाव बना रहे थे कि वह अमेरिका को दुर्लभ खनिज प्रदान करे। उन्होंने यह धमकी दी थी कि अगर यूक्रेन ऐसा नहीं करता है तो अमेरिका उसकी मदद बंद कर देगा। हालांकि, नई डील के तहत अमेरिका ने 500 बिलियन डॉलर के खनिज की मांग को छोड़ दिया है।
यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी नहीं मिली
यूक्रेन अमेरिका से सुरक्षा गारंटी चाहता था, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमेरिका ने इस मांग को नकार दिया है। यूक्रेनी अधिकारियों का कहना है कि वह अमेरिका से अपनी सुरक्षा के लिए गारंटी चाहते थे। इसके बदले अमेरिका यूक्रेन के पुनर्विकास में मदद करेगा।
यूक्रेन के पास दुर्लभ खनिज का बड़ा भंडार
यूक्रेन के पास दुनियाभर के दुर्लभ खनिज का करीब 5% हिस्सा है। इसमें 19 मिलियन टन ग्रेफाइट और यूरोप के कुल लीथियम का 33% हिस्सा शामिल है। युद्ध से पहले यूक्रेन ग्लोबल टाइटेनियम उत्पादन में 7% हिस्सेदारी रखता था। हालांकि, युद्ध के बाद कई महत्वपूर्ण खनिजों पर रूस का कब्जा हो चुका है।रूस से समझौता न करने की चेतावनी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैन्युल मैक्रों ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प को चेतावनी दी है कि यूक्रेन के युद्ध के संदर्भ में रूस से जल्दबाजी में कोई समझौता न करें। उन्होंने कहा कि रूस के साथ किए गए समझौतों का पालन कभी नहीं हुआ और यह विश्वास का मुद्दा है।