मतलब पहले तो हर बात में Excitement था—फोन की घंटी बजी नहीं कि दिल धड़कने लगता था। अब? घंटी बजे भी तो जवाब देने का मन नहीं करता। क्यों? क्योंकि अब ऑफिस, EMI, बच्चों की फीस और सब्ज़ी कौन लाएगा… ये सब ज़्यादा जरूरी लगने लगा है। और इसी भागदौड़ में रिलेशनशिप, जो पहले सबसे स्पेशल था, अब ‘रूटीन’ बन जाता है।
मैं भी इसी दौर से गुज़री हूं। और यकीन मानो, ये सिर्फ तुम्हारे साथ नहीं हो रहा—ये हम सबके साथ होता है।
क्या प्यार फीका पड़ गया है… या बस थोड़ा वक्त चाहिए?
1. प्यार को ‘लाउड’ नहीं, बस थोड़ा ‘लाइव’ करो
हर दिन “I love you” कहना ज़रूरी नहीं, पर हर दिन थोड़ा notice करना ज़रूरी है—क्या वो थके हैं? कुछ कहने की कोशिश कर रहे हैं?
2. डेली रूटीन में छोटी डेट्स फिट करो–
कोई बड़ा प्लान नहीं चाहिए। बस एक चाय साथ में, छत पर 10 मिनट बैठना, या रात में बिना फोन के बातें करना—इतना काफी होता है, दोबारा जुड़ने के लिए।
3. ‘Love Languages’ को जानो–
हर किसी का प्यार जताने का तरीका अलग होता है—कोई बातें पसंद करता है, किसी को गले लगना अच्छा लगता है, कोई मदद को प्यार मानता है। जब तुम समझने लगते हो कि सामने वाला कैसे ‘प्यार महसूस’ करता है, तब रिश्ता दोबारा खिलता है।
4. सरप्राइज़ देना जरूरी है–
एक छोटा सा मैसेज, कोई पुरानी फोटो भेजना या उसका पसंदीदा स्नैक लाना—ये सब वो छोटी चीज़ें हैं जो धीरे-धीरे रिश्ता फिर से खास बनाती हैं।
5. माइंडफुलनेस: जो कर रहे हो, उसे 100% करो-
जब साथ हो, तो फोन नहीं—Attention दो। ध्यान से सुनो, देखो और समझो कि सामने वाला क्या फील कर रहा है। ये रिलेशनशिप का सबसे Underrated लेकिन पावरफुल मंत्र है।
क्या तुम फिर से कोशिश करने को तैयार हो?
देखो, रिश्ते अपने आप नहीं चलते। जैसे प्लांट को पानी देना पड़ता है, वैसे ही रिश्तों को टाइम, ध्यान और थोड़ी positivity चाहिए होती है। इसमें मेहनत है, वो भी दिल वाली मेहनत। और जब तुम ये करने लगते हो, तो पुराने वाला ‘spark’ दोबारा आने लगता है।
कुछ आसान और काम के टिप्स (जिन्हें आज से ही ट्राय कर सकते हो, वो भी बिना किसी बहाने के 😉):
- ❤️ दिन में एक बार पार्टनर से बात करो, बिना मोबाइल के
- बस आंखों में आंखें डालकर बातें करो—न फोन, न नोटिफिकेशन… सिर्फ तुम और वो।
- ❤️ उनकी तारीफ करो, बिना किसी खास वजह के
- “तुम आज अच्छे लग रहे हो” जैसे छोटे जादू, हर दिन रिश्ते को बड़ा खूबसूरत बनाते हैं।
- ❤️ साथ में खाना बनाओ या कोई टीवी सीरीज़ देखो
- ये टाइम bonding का होता है—रेसिपी में नमक ज़्यादा हो जाए, कोई बात नहीं!
- ❤️ उनकी ‘love language’ पर थोड़ा रिसर्च करो (hint: YouTube help कर देगा)
- शायद उन्हें शब्दों से प्यार है, या गले लगाने से… जानोगे तो जताना आसान होगा।
- ❤️ हफ्ते में एक बार सिर्फ साथ बैठो, बिना कोई टास्क प्लान किए
- चुप रहो, बातें करो, या बस साथ बैठो—कभी-कभी ‘कुछ ना करना’ सबसे अच्छा होता है।
तो फिर, आज ही क्यों ना एक “छोटा सरप्राइज़” ट्राय किया जाए? हो सकता है, सामने वाला भी बस उसी पल का इंतज़ार कर रहा हो। अगर ये पढ़ते हुए आपके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आई हो—तो समझो पहला कदम हो गया। क्योंकि, रिश्ते टूटते नहीं, बस थोड़ा संभालना पड़ता है… और कभी-कभी बस हाथ थामकर कहना पड़ता है—मैं अब भी हूं, वैसे ही, तेरे साथ..!