भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को शुरुआती कारोबार में कमजोरी देखी गई। सेंसेक्स करीब 200 अंक टूटकर खुला और निफ्टी भी 24,300 के नीचे कारोबार करता हुआ नजर आया। एक दिन पहले, यानी बुधवार को सेंसेक्स ने 80,000 का आंकड़ा पार किया था, और अब यह लगभग 200 अंक नीचे आ गया है।
हालांकि, एशियाई बाजारों में अमेरिकी बाजार से सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। जापान का निक्केई 225 इंडेक्स 0.96% बढ़कर 35,204 के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 0.55% गिरकर 2,511.83 पर आ गया। हांगकांग का हेंगसेंग इंडेक्स भी 22,072 पर कारोबार कर रहा है, और चीन का शंघाई कंपोजिट 3,296 के स्तर पर है। इन आंकड़ों से यह संकेत मिलता है कि वैश्विक स्तर पर निवेशकों का रुझान सकारात्मक रहा है, जिससे बाजार में हल्की उत्साही हवा महसूस हो रही है।
अमेरिका के संकेत: निवेशकों के लिए राहत
अमेरिकी बाजारों में भी उछाल देखा गया है। व्यापारिक तनाव में कमी के संकेतों और राष्ट्रपति ट्रंप के फेडरल रिजर्व के प्रमुख जेरोम पॉवेल को हटाने की कोई योजना न होने के बयान के बाद डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 419.59 प्वाइंट यानी 1.07% बढ़कर 39,606.57 पर बंद हुआ। इसके अलावा, S&P 500 में करीब 1.67% की बढ़त दर्ज की गई और यह 5,375.86 पर पहुंचा। नैस्डेक कंपोजिट भी 2.50% बढ़कर 16,708.05 पर बंद हुआ। इस सकारात्मक रुझान से भारतीय बाजार में भी सुधार की संभावना बनी हुई है।
भारतीय बाजार में आईटी और वाहन शेयरों की चमक
बुधवार को शेयर बाजारों में लगातार सातवें दिन तेजी देखी गई। सेंसेक्स ने 520 अंक की उछाल के साथ 80,116.49 के स्तर पर बंद किया। यह 18 दिसंबर के बाद का उच्चतम स्तर था। इस बढ़त की मुख्य वजह आईटी और वाहन शेयरों में मजबूत प्रदर्शन था, जो बाजार को सकारात्मक दिशा में लेकर गए।