जयपुर एयरपोर्ट पर एनआरआई उद्योगपति वासु श्रॉफ के साथ जो हुआ, उसने हर किसी को चौंका दिया है। 85 साल के वासु श्रॉफ को 5 घंटे तक व्हीलचेयर पर बैठाकर रखा गया। वह दुबई से जयपुर आए थे, जहां से उन्हें सीकर के फतेहपुर में एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेना था। एयरपोर्ट पर जांच के नाम पर उन्हें घंटों रोके रखा गया, इस दौरान उन्हें टॉयलेट जाने तक की इजाजत नहीं दी गई।
35 लाख की घड़ी जब्त, ड्यूटी जमा करने का दबाव
जांच के दौरान वासु श्रॉफ की कलाई पर बंधी 35 लाख रुपये की रोलेक्स घड़ी भी उतरवा ली गई। अधिकारियों ने उनसे कहा कि उन्हें इस घड़ी पर कस्टम ड्यूटी भरनी होगी। वासु ने बताया कि यह घड़ी 10 साल से भी ज्यादा पुरानी है और वह पहले ही सभी शुल्क चुका चुके हैं, लेकिन अफसरों ने उनकी बात नहीं मानी और घड़ी जब्त कर ली।
स्टाफ ने भी मांगी घड़ी, फिर भी नहीं मिली
वासु श्रॉफ 16 अप्रैल को दुबई लौट गए। लौटने से पहले उनके स्टाफ ने कई बार एयरपोर्ट पर अधिकारियों से घड़ी वापस मांगी, लेकिन हर बार उन्हें टाल दिया गया। आखिरकार वासु श्रॉफ के वकील धर्मेंद्र सिंह को खुद जयपुर आना पड़ा। 19 अप्रैल को उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद घड़ी वापस ली और फिर उसे दुबई में वासु श्रॉफ को सौंपा।
कस्टम केंद्र पर न बोर्ड न जानकारी
वासु श्रॉफ ने बताया कि जयपुर एयरपोर्ट पर कस्टम का एक छोटा सा कियोस्क बनाया गया है, जहां कोई बोर्ड या सूचना नहीं लगी थी। ऐसे में यात्री समझ ही नहीं पाते कि कहां जाना है और किससे बात करनी है। वासु ने सरकार से अपील की है कि एयरपोर्ट्स पर सुविधाएं सुधारी जाएं ताकि किसी को यूं बेवजह अपमानित न होना पड़े।
कस्टम अधिकारियों से नहीं हो सकी बातचीत
इस पूरे मामले को लेकर पत्रकारों ने जयपुर एयरपोर्ट के कस्टम अधिकारियों से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी ने भी इस विषय में बात नहीं की। अभी तक एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से भी इस मामले में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

- एनआरआई उद्योगपति वासु श्रॉफ को जयपुर एयरपोर्ट पर 5 घंटे व्हीलचेयर पर बैठाए रखा गया।
- जांच के दौरान उनकी 35 लाख रुपये की पुरानी रोलेक्स घड़ी जब्त कर ली गई।
- वासु को टॉयलेट तक जाने की अनुमति नहीं दी गई, जिससे उनकी तबीयत भी खराब हो सकती थी।
- घड़ी को वापस लेने के लिए उनके वकील को जयपुर आकर व्यक्तिगत रूप से घड़ी छुड़ानी पड़ी।
- कस्टम केंद्र पर जानकारी का अभाव था और अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश भी नाकाम रही।