अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहा हाईवे पर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और टायर फेंके। अचानक हुए इस विरोध से काफिले में भगदड़ जैसी स्थिति बन गई और कई गाड़ियां आपस में टकरा गईं। इस टक्कर में गाड़ियों को नुकसान हुआ, लेकिन राहत की बात यह रही कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
हड़बड़ी में हुई गाड़ियों की टक्कर
जैसे ही करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने विरोध शुरू किया, रामजीलाल सुमन के काफिले में अफरातफरी मच गई। गाड़ियां तेज रफ्तार में होने के चलते आपस में भिड़ गईं। घटना के बाद रामजीलाल सुमन ने खुद स्थिति का जायजा लिया और फिर बिना रुके गभाना होते हुए बुलंदशहर के लिए रवाना हो गए।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की जानकारी मिलते ही सिटी एसपी मृगांक शेखर पाठक मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि रामजीलाल सुमन के काफिले पर टायर फेंके गए थे और इस मामले में थाना गभाना में केस दर्ज किया जा रहा है। पुलिस ने ये भी साफ किया कि इस घटना के बाद इलाके में शांति बनी हुई है और सांसद को आगे के रास्ते के लिए पास दिया गया है।
करणी सेना का पुराना विरोध
रामजीलाल सुमन के बयानों को लेकर करणी सेना पहले से ही नाराज चल रही थी। हाल ही में करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष ज्ञानेंद्र सिंह ने चेतावनी दी थी कि रामजीलाल सुमन को आगरा से बुलंदशहर जाते वक्त मडराक टोल और गभाना टोल पर रोका जाएगा। इसी गुस्से का नतीजा इस हमले के तौर पर सामने आया है।
अखिलेश यादव ने सरकार पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि सांसद के काफिले पर टायर और पत्थर फेंकना जानलेवा हमला था और ये किसी गहरी साजिश का हिस्सा लगता है। अखिलेश यादव ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया कि या तो इंटेलिजेंस ने भारी चूक की है या फिर जानबूझकर मामले को नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ऐसी घटनाओं पर चुप रही तो अराजकता किसी को भी नहीं बख्शेगी।

- अलीगढ़ के खेरेश्वर चौराहा हाईवे पर करणी सेना कार्यकर्ताओं ने SP सांसद रामजीलाल सुमन के काफिले पर टायर फेंके और काले झंडे दिखाए।
- विरोध के चलते काफिले की गाड़ियां आपस में टकराईं, हालांकि किसी को गंभीर चोट नहीं पहुंची।
- पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और मामला गभाना थाने में दर्ज किया गया।
- करणी सेना पहले से रामजीलाल सुमन के खिलाफ प्रदर्शन की योजना बना रही थी।
- अखिलेश यादव ने इस हमले को गहरी साजिश बताते हुए सरकार की नीयत और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए।