शनिवार रात तक अहमदाबाद विमान हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 275 पहुंच गई। बचाव दलों ने अब तक 248 शवों के DNA सैंपल लिए हैं, जिनमें से 19 की पहचान की पुष्टि हुई है। इन सभी शवों को परिजनों को सौंप दिया गया है, साथ ही डेथ सर्टिफिकेट भी जारी कर दिए गए हैं।
परिजनों तक शव पहुंचाने को 230 टीमें
पहचान हुए शवों को एम्बुलेंस के जरिए सुरक्षा के साथ मृतकों के गृह जिलों तक पहुंचाया जा रहा है। इसके लिए प्रशासन ने 230 विशेष टीमें तैनात की हैं, जो सीधे तौर पर परिजनों से संपर्क में हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 192 एम्बुलेंस और वाहन स्टैंडबाय पर रखे गए हैं।
ताबूतों का इंतज़ाम, विदेशियों के परिजन भी पहुंचेंगे
शवों को सुरक्षित रखने के लिए 170 ताबूतों का ऑर्डर दिया गया है, जिनमें से करीब 100 वडोदरा से मंगाए जा चुके हैं। बाकी का काम जारी है। हादसे में मारे गए 11 विदेशी नागरिकों के परिजन भी रविवार को अहमदाबाद पहुंच सकते हैं, जिन्हें शव सौंपने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
एअर इंडिया ने शुरू की बोइंग की सेफ्टी चेकिंग
DGCA के आदेश के बाद एअर इंडिया ने अपनी फ्लीट में शामिल 9 बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की वन-टाइम सेफ्टी जांच पूरी कर ली है। अब भी 24 विमानों की जांच बाकी है। एयरलाइन के पास कुल 33 बोइंग 787 मॉडल्स (26 बोइंग 787-8 और 7 बोइंग 787-9) मौजूद हैं।
कंपनी ने कहा- हमारा मेंटेनेंस से संबंध नहीं
तुर्की सरकार ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटना को लेकर चल रही उन अफवाहों पर स्पष्ट बयान जारी किया है, जिनमें कहा जा रहा था कि इस विमान की मेंटेनेंस Turkish Technic द्वारा की गई थी। आधिकारिक स्पष्टीकरण में बताया गया कि यह दावा पूरी तरह से भ्रामक और असत्य है।
कंपनी के मुताबिक, एयर इंडिया और Turkish Technic के बीच 2024 और 2025 में जो समझौते हुए हैं, वे केवल B777 श्रेणी के चौड़े शरीर वाले विमानों की मेंटेनेंस सेवाओं के लिए हैं। हादसे में शामिल Boeing 787-8 विमान इस समझौते के दायरे में नहीं आता।
इतना ही नहीं, अब तक Turkish Technic ने एयर इंडिया के किसी भी बोइंग 787-8 विमान की कोई मेंटेनेंस नहीं की है। तुर्की प्रशासन ने इन तथ्यों के आधार पर मीडिया और आम जनता से अपील की है कि वे अपुष्ट और भ्रामक जानकारियों पर विश्वास न करें।

गृह सचिव के नेतृत्व में जांच समिति
नागरिक उड्डयन मंत्री ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि हादसे की जांच गृह सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति कर रही है। जांच का फोकस तकनीकी खराबी, पायलट रिस्पॉन्स और ग्राउंड ऑपरेशन्स समेत हर पहलू पर रहेगा। हादसा एयरपोर्ट से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर हुआ था।
ब्लैक बॉक्स शुक्रवार शाम 5 बजे बरामद कर लिया गया था, जिससे यह उम्मीद जताई जा रही है कि तकनीकी कारणों का जल्द खुलासा होगा। जांच टीम को रिपोर्ट सौंपने के लिए 3 महीने का समय तय किया गया है। इस टीम में DGCA और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी भी शामिल हैं।
इंजन की मरम्मत मार्च में हुई थी
एअर इंडिया के अधिकारियों ने बताया कि क्रैश हुए विमान के दाएं इंजन की मरम्मत मार्च 2025 में की गई थी। बाएं इंजन की भी उसी समय जांच की गई थी। इससे पहले जून 2023 में पूरे विमान की व्यापक जांच हुई थी, और अगली जांच दिसंबर 2025 में प्रस्तावित थी। विमान में लगे GE एयरोस्पेस के GEnx इंजन में कोई तकनीकी गड़बड़ी रिपोर्ट नहीं की गई थी।
अस्पताल ने जारी किए संपर्क नंबर
अहमदाबाद सिविल अस्पताल ने शवों की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इन्हीं नंबरों से आने वाले कॉल को ही अधिकृत माना जाए। कॉल पर DNA मैच या शव सौंपे जाने की सूचना दी जाएगी:
9429915911, 9429916096, 9429916118, 9429916378, 9429916608, 9429916622, 9429916682, 9429916758, 9429916771, 9429916875
पायलट के आखिरी शब्द: “प्लेन उठ नहीं रहा”
हादसे में जान गंवाने वाले पायलट सुमित सभरवाल का आखिरी संदेश भी सामने आ गया है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल को भेजे गए 4-5 सेकंड के वॉइस मैसेज में उन्होंने कहा:
“मेडे, मेडे, मेडे… थ्रस्ट नहीं मिल रहा। पावर कम हो रही है, प्लेन उठ नहीं रहा। नहीं बचेंगे।”
यह संदेश हादसे की गंभीरता और अंतिम क्षणों के तनाव को दर्शाता है। जांच एजेंसियों के अनुसार, विमान 650 फीट की ऊंचाई पर था जब समस्या आई।
खबर की बड़ी बातें
- अहमदाबाद विमान हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 275 हो गई है; अब तक 248 शवों के DNA सैंपल लिए गए हैं।
- 19 शवों की पहचान हो चुकी है और उन्हें परिजनों को सौंपा गया है; 230 टीमें संपर्क और सहायता में जुटी हैं।
- DGCA के आदेश पर एअर इंडिया ने अपनी बोइंग 787 फ्लीट की सेफ्टी चेकिंग शुरू की; 9 विमानों की जांच हो चुकी है।
- हादसे की जांच के लिए गृह सचिव के नेतृत्व में उच्चस्तरीय कमेटी बनी है; ब्लैक बॉक्स भी बरामद कर लिया गया है।
- पायलट सुमित सभरवाल का आखिरी संदेश सामने आया: “थ्रस्ट नहीं मिल रहा… प्लेन उठ नहीं रहा… नहीं बचेंगे।”