मदुरै में रविवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने डीएमके सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा, “मैं रहता दिल्ली में हूं, लेकिन मेरे कान तमिलनाडु में लगे रहते हैं।” उन्होंने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन पर निशाना साधते हुए कहा कि डीएमके को कोई नहीं हरा सकता — यह सही है, लेकिन जनता उन्हें जरूर हरा सकती है। शाह के इस बयान को चुनावी रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
पोषण किट घोटाले का आरोप
अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से भेजी गई 450 करोड़ रुपये की पोषण किटें गरीबों तक नहीं पहुंचीं। उन्होंने दावा किया कि इन किटों को निजी कंपनियों को सौंप दिया गया, जिससे जरूरतमंद परिवार वंचित रह गए। उन्होंने इसे गरीबों के पेट पर लात मारने जैसा करार दिया।
रेत खनन और तस्माक घोटाले पर तीखा प्रहार
गृह मंत्री ने डीएमके सरकार पर 4600 करोड़ रुपये के रेत खनन घोटाले का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि इस घोटाले से आम जनता को नुकसान हुआ और उन्हें ऊंची कीमत पर रेत खरीदनी पड़ी। इसके अलावा, उन्होंने तमिलनाडु स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशन (तस्माक) के जरिए 39,000 करोड़ रुपये के घोटाले की बात भी उठाई। शाह ने कहा कि इतनी रकम से राज्य के हर स्कूल में दो नए कमरे बनाए जा सकते थे।
ईडी जांच पर सुप्रीम कोर्ट की रोक
गौर करने वाली बात यह है कि पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून के तहत तमिलनाडु में ईडी की जांच पर रोक लगा दी थी। राज्य सरकार ने दलील दी थी कि केंद्र की एजेंसियां राजनीतिक बदले की भावना से काम कर रही हैं। शाह ने इस पर कोई सीधी प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन संकेत दिए कि भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश हो रही है।
स्टालिन सरकार ने वादे नहीं निभाए — शाह
अमित शाह ने दावा किया कि स्टालिन सरकार ने अपने चुनावी वादों का 60 फीसदी हिस्सा भी पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि उनके पास डीएमके के भ्रष्टाचार की पूरी सूची है, लेकिन वह समय बचाने के लिए सब कुछ नहीं कहेंगे। उन्होंने स्टालिन से अपील की कि वह जनता को बताएं कि अब तक कितने वादे पूरे किए गए हैं।

- अमित शाह ने मदुरै की सभा में डीएमके सरकार को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों से घेरा।
- उन्होंने पोषण किट घोटाले, रेत खनन और तस्माक घोटाले को जनता के साथ धोखा बताया।
- शाह ने कहा कि दिल्ली में रहते हुए भी उनकी नजर तमिलनाडु पर बनी रहती है।
- उन्होंने स्टालिन सरकार पर चुनावी वादे अधूरे छोड़ने का भी आरोप लगाया।
- सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में तमिलनाडु में ईडी की जांच पर रोक लगाई है, जिसे शाह ने अप्रत्यक्ष रूप से मुद्दा बनाया।