भारत के इतिहास में 14 अप्रैल एक ऐसा दिन है जो सामाजिक न्याय, राजनीतिक संघर्ष और वैश्विक घटनाओं की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन का सबसे प्रमुख पहलू है डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म, जिन्होंने भारतीय संविधान की रचना करके समाज में समानता और न्याय की नींव रखी। उनका जन्म 1891 में हुआ था, और आज भी उनकी जयंती पूरे देश में सामाजिक न्याय और समता के प्रतीक के रूप में मनाई जाती है।
इसी दिन औरंगजेब के हाथों उसी के भाई दारा शिकोह की हार, मुंबई बंदरगाह विस्फोट और कोलकाता-ढाका मैत्री एक्सप्रेस की शुरुआत जैसी घटनाएं हुईं।
प्रमुख घटनाएं
- 1659: औरंगजेब ने दिल्ली की सत्ता के लिए दारा शिकोह को हराया, जो मुगल साम्राज्य के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
- 1944: मुंबई के बंदरगाह पर एक जहाज में विस्फोट हुआ, जिसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए, यह भारत के औद्योगिक इतिहास की एक बड़ी त्रासदी थी।
- 2008: कोलकाता और ढाका के बीच मैत्री एक्सप्रेस की शुरुआत हुई, जिससे भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों को नया आयाम मिला।
आज हमने इन्हें खो दिया था
- 1962: मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया– भारत के महान अभियंता और राजनयिक, जिनका योगदान भारतीय विकास में अमूल्य है।
- 1963: राहुल सांकृत्यायन– हिंदी साहित्य के प्रमुख लेखक और विचारक, जिनकी रचनाएं आज भी प्रासंगिक हैं।
- 1986: नितिन बोस– प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक और लेखक, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को नई दिशा दी।
जन्मदिन
- 1891: डॉ. भीमराव अंबेडकर– भारतीय संविधान के निर्माता और सामाजिक न्याय के अग्रदूत।
- 1922: अली अकबर खान– प्रसिद्ध भारतीय संगीतकार और सरोद वादक, जिन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत को विश्व स्तर पर पहचान दिलाई।
- 1907: पूरन चंद जोशी– स्वतंत्रता सेनानी और समाजसेवी, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं
- 1912: रात 23:40 बजे टाइटैनिक जहाज अटलांटिक महासागर में डूबा, जो समुद्री इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक है।