7 जून की तारीख़ अभी आई भी नहीं, लेकिन दुनिया भर में बेचैनी पहले से ही गहराने लगी है। सोशल मीडिया हो या ज्योतिष जगत, सबकी नजरें इस तारीख पर टिक गई हैं। वजह है बुल्गारिया की दिव्य दृष्टा कही जाने वाली बाबा वेंगा की वह भविष्यवाणी, जिसमें उन्होंने साल 2025 को लेकर डराने वाले संकेत दिए थे।
जंग, खौफ और भविष्य की उलझन
दुनिया में पहले से ही दो युद्ध जारी हैं—यूक्रेन और रूस की जंग रुकने का नाम नहीं ले रही, तो वहीं इज़राइल-गाजा संघर्ष भी खत्म होने का संकेत नहीं दे रहा। कुछ ही समय पहले भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव भी चरम पर था। ऐसे में जब बाबा वेंगा की भविष्यवाणी सामने आती है, तो स्वाभाविक है कि लोग उसे हालात से जोड़ने लगते हैं।
7 जून पर क्यों बढ़ा है डर
बात सिर्फ युद्ध या भविष्यवाणी की नहीं है। ज्योतिषशास्त्रियों के मुताबिक, 7 जून को मंगल ग्रह राशि परिवर्तन करने वाला है। मंगल को वैदिक ज्योतिष में उग्र ग्रह माना जाता है—युद्ध, दुर्घटनाएं, आगजनी और आक्रामकता से जुड़ा हुआ। इसकी चाल बदलने से घटनाओं के असामान्य होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं। शायद यही वजह है कि लोग 7 जून को लेकर घबराए हुए हैं।
बाबा वेंगा की वो भविष्यवाणी
बाबा वेंगा का दावा था कि साल 2025 के बाद दुनिया दो विरोधी सभ्यताओं में बंटेगी—एक जो आध्यात्म में डूबी होगी, और दूसरी जो तकनीक की गिरफ्त में होगी। उन्होंने दक्षिणी गोलार्ध में एक भीषण विस्फोट की चेतावनी भी दी थी, साथ ही यह भी कहा था कि जल में ज़हर घुलेगा और एक नई महामारी जन्म लेगी। उनके शब्द अब जून 2025 को लेकर और भी डर पैदा कर रहे हैं।
भविष्य देखने वाली अंधी महिला
बचपन में एक तूफान में आंखों की रोशनी गंवाने वाली वेंगा ने तब से जो देखा, वो कहते हैं, अक्सर सच साबित हुआ। उन्होंने अपने जीवन में कई वैश्विक घटनाओं की भविष्यवाणी की, जिनमें से कई चौंकाने वाली हद तक सटीक मानी जाती हैं। 1996 में उनका निधन हुआ, लेकिन उनके कथन आज भी दुनिया के कोने-कोने में सुने और दोहराए जाते हैं।
क्या यह सिर्फ संयोग है या चेतावनी?
सवाल यही है—क्या बाबा वेंगा की भविष्यवाणी, मंगल की चाल और मौजूदा वैश्विक हालातों के बीच जो तारा जुड़ रहा है, वह महज एक संयोग है या कोई चेतावनी? फिलहाल कोई ठोस उत्तर नहीं, लेकिन डर की फुसफुसाहटें तेज़ हैं। दुनियाभर की आंखें अब 7 जून पर टिकी हैं—सांसें थमी हुई हैं और सवाल हवा में तैर रहे हैं।