भीलवाड़ा-जयपुर नेशनल हाईवे 48-D पर गुरुवार को एक कंटेनर में अचानक आग लग गई। आग लगते ही कंटेनर के ड्राइवर ने उसे साइड में रोका और मौके से तुरंत हट गया। कंटेनर में ऑक्सीजन सिलेंडर और केमिकल भरे होने के कारण स्थिति बेहद गंभीर हो गई। देखते ही देखते एक के बाद एक छह जोरदार धमाके हुए और आग की लपटें 100 फीट तक आसमान में उठने लगीं।
तेज़ धमाकों से दहला इलाका, खेतों तक पहुंचे सिलेंडर के टुकड़े
घटना इतनी भयावह थी कि आग का धुआं कई किलोमीटर दूर तक देखा गया। लगातार हो रहे ब्लास्ट से इलाका दहल गया। कंटेनर में वी-ट्रांस कंपनी के पार्सल थे, जिनमें ऑक्सीजन सिलेंडर और केमिकल शामिल थे। ऐसे मेंआग विकराल हो गई। ब्लास्ट के दौरान सिलेंडर के टुकड़े उड़कर पास के खेतों में जा गिरे, जिससे कुछ खेत भी जलकर खाक हो गए। कंटेनर का ड्राइवर, यूपी के भदोही निवासी 36 वर्षीय चंद्रशेखर, समय रहते वाहन से निकल गया और सुरक्षित रहा। वह गुरुग्राम से वापी (गुजरात) की ओर जा रहा था।
साढ़े चार घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन, हाईवे पर लंबा जाम
मांडल थाना प्रभारी राजपाल ने बताया कि आग की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने साढ़े चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम करीब 7 बजे आग पर काबू पाया। इस दौरान हाईवे के दोनों तरफ ट्रैफिक को रोक दिया गया, जिससे कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया। आग बुझने के बाद ही यातायात को दोबारा चालू किया गया।

- भीलवाड़ा-जयपुर नेशनल हाईवे 48-D पर गुरुवार को एक पार्सल कंटेनर में आग लगने से हड़कंप मच गया।
- कंटेनर में मौजूद ऑक्सीजन सिलेंडर और केमिकल की वजह से लगातार छह धमाके हुए, जिससे 100 फीट तक लपटें उठीं।
- ड्राइवर ने आग की भनक लगते ही वाहन को सड़क किनारे रोका और सुरक्षित रूप से मौके से हट गया।
- फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियों ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शाम 7 बजे आग पर काबू पाया।
- हाईवे पर दोनों ओर ट्रैफिक रोकना पड़ा, जिससे कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया और आसपास के खेत भी प्रभावित हुए।