नेशनल ब्रेकिंग:राजस्थान के बिजयनगर में ब्लैकमेलिंग केस से जुड़े एक बड़े घटनाक्रम में, पूर्व पार्षद को कोर्ट परिसर में हमले का शिकार होना पड़ा। इसके बाद, अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। यह मामला ब्लैकमेलिंग और आपराधिक साजिश से जुड़ा है, जिसमें पूर्व पार्षद समेत कई अन्य लोग संलिप्त बताए जा रहे हैं।
कोर्ट परिसर में क्यों हुआ हमला?
जानकारी के मुताबिक, जब आरोपी पूर्व पार्षद को पेशी के लिए कोर्ट लाया गया, तब कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों का आरोप था कि पूर्व पार्षद ब्लैकमेलिंग गैंग का मास्टरमाइंड है, जिसने कई लोगों को धमकाकर पैसे ऐंठे।
- हमलावरों में शामिल कुछ लोग ब्लैकमेलिंग का शिकार हुए पीड़ित बताए जा रहे हैं
- पुलिस ने तत्काल स्थिति को संभाला और आरोपियों को गिरफ्तार किया
- हमले के बाद कोर्ट ने पूर्व पार्षद को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया
ब्लैकमेलिंग केस: क्या है पूरा मामला?
बिजयनगर ब्लैकमेल केस पिछले कुछ समय से सुर्खियों में बना हुआ है। पुलिस के अनुसार,
- पूर्व पार्षद समेत कुछ लोगों पर आरोप है कि वे पैसे वसूलने के लिए लोगों को ब्लैकमेल करते थे
- गुप्त कैमरों से आपत्तिजनक वीडियो बनाकर धमकाने के आरोप लगे हैं
- अब तक कई पीड़ित पुलिस के सामने आ चुके हैं और आरोपियों के खिलाफ गवाही दे रहे हैं
अधिकारियों का कहना है कि मामले में कई अन्य नाम भी सामने आ सकते हैं, और आगे की जांच जारी है।
पुलिस और प्रशासन की प्रतिक्रिया
बिजयनगर पुलिस ने कहा कि कोर्ट परिसर में हुई घटना बेहद गंभीर है, और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
- कोर्ट में सुरक्षा बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं
- पूर्व पार्षद की ब्लैकमेलिंग गतिविधियों की गहराई से जांच हो रही है
- पुलिस अन्य संभावित पीड़ितों से भी संपर्क कर रही है
आरोपी पूर्व पार्षद अब न्यायिक हिरासत में
कोर्ट ने हमला झेलने के बावजूद पूर्व पार्षद को जमानत देने से इनकार कर दिया और उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
अगर सबूत मजबूत हुए, तो आरोपी पर कड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया जा सकता है। अगली सुनवाई की तारीख जल्द घोषित की जाएगी।