राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में शनिवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब नेतेवाला गांव की ऊंची पानी की टंकी पर एक सांड चढ़ गया। यह टंकी पूरे गांव को पानी पहुंचाती है और इसकी ऊंचाई काफी ज्यादा है। सांड को इतनी ऊंचाई पर देखकर लोग हैरान रह गए और टंकी के पास भारी भीड़ जमा हो गई। इस खतरनाक और अनोखी स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन को रेस्क्यू टीम बुलानी पड़ी, जिसमें पशु डॉक्टर से लेकर वन विभाग के विशेषज्ञ तक शामिल हुए। करीब तीन घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद क्रेन और रस्सियों की मदद से सांड को सुरक्षित नीचे उतार लिया गया।
टंकी पर सांड चढ़ने से गांव में मचा हड़कंप
श्रीगंगानगर के नेतेवाला गांव में शनिवार की सुबह कुछ लोग जब पानी भरने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि टंकी के ऊपर एक सांड खड़ा है। ये नजारा देखते ही गांव में सनसनी फैल गई और लोग एक के बाद एक टंकी के पास इकट्ठा होने लगे। टंकी की ऊंचाई इतनी थी कि लोग खुद नहीं समझ पा रहे थे कि सांड आखिर ऊपर पहुंचा कैसे।
पुलिस और प्रशासन ने तुरंत संभाली स्थिति
घटना की खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। उन्होंने हालात की गंभीरता को देखते हुए रेस्क्यू टीम गठित की जिसमें वन विभाग के अधिकारी, पशु चिकित्सक और अनुभवी कर्मचारी शामिल किए गए।
रेस्क्यू के लिए बुलानी पड़ी क्रेन और चलानी पड़ी कई तरकीबें
टीम ने सांड को नीचे लाने के लिए सीढ़ियों, रस्सियों और क्रेन का सहारा लिया। सांड को शांत रखने के लिए पशु डॉक्टरों ने बेहोशी की दवा और खास तकनीकें इस्तेमाल कीं। पूरी प्रक्रिया को बेहद सावधानी से अंजाम दिया गया ताकि जानवर को कोई नुकसान न हो।
तीन घंटे चला ऑपरेशन, सांड को सुरक्षित उतारा गया
रेस्क्यू ऑपरेशन करीब तीन घंटे चला। इस दौरान टीम के सदस्य सांड के हर मूवमेंट पर नजर बनाए हुए थे। जैसे-जैसे सांड को नीचे लाया गया, भीड़ की सांसें थमी हुई थीं। आखिरकार, सांड को सही-सलामत नीचे उतारा गया और तुरंत पशु चिकित्सा दल ने उसकी जांच की।
ग्रामीणों ने जताया प्रशासन का आभार
सैकड़ों ग्रामीणों ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन को देखा और पुलिस व प्रशासन की तेजी की सराहना की। ग्रामीणों का कहना था कि अगर थोड़ी भी देरी होती, तो सांड को बचाना मुश्किल हो सकता था।

- राजस्थान के श्रीगंगानगर में एक सांड पानी की ऊंची टंकी पर चढ़ गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई।
- सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा और एक रेस्क्यू टीम गठित की गई।
- रेस्क्यू ऑपरेशन में क्रेन, रस्सियों और दवाओं की मदद से तीन घंटे की मेहनत के बाद सांड को नीचे उतारा गया।
- सांड को किसी प्रकार की चोट नहीं लगी और उसे सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया।
- ग्रामीणों ने प्रशासन की तेजी और सतर्कता की जमकर तारीफ की।