भारत में कोरोना वायरस का खतरा एक बार फिर सिर उठाने लगा है। बीते 24 घंटों में देशभर से कोविड-19 के 23 नए मामले सामने आए हैं, जबकि दो लोगों की मौत हो गई है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 84 वर्षीय एक बुजुर्ग की और महाराष्ट्र के ठाणे में 21 साल के युवक की संक्रमण से मौत हुई है। इसके साथ ही देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 257 तक पहुंच गई है।
कहां कितने केस: केरल और तमिलनाडु में सबसे ज्यादा सक्रिय मरीज
स्वास्थ्य मंत्रालय के ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, 12 से 19 मई के बीच देश के कई राज्यों में एक्टिव केस में हल्की बढ़त दर्ज की गई है।
- केरल में सबसे ज्यादा 96 सक्रिय मामले हैं।
- तमिलनाडु 66 मामलों के साथ दूसरे नंबर पर है।
- महाराष्ट्र में 56 केस हैं।
अन्य राज्यों में मामले इस प्रकार हैं:
दिल्ली (5), गुजरात (7), हरियाणा (1), कर्नाटक (13), पुडुचेरी (10), राजस्थान (2), सिक्किम (1), पश्चिम बंगाल (1)।
नई लहर की आहट?
कोरोना के बढ़ते मामलों और नए वैरिएंट्स को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई। इस बैठक में ICMR, DGHS, DHR और NCDC के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। समीक्षा बैठक में टेस्टिंग, अस्पतालों की तैयारी और नए वैरिएंट की प्रकृति पर चर्चा हुई।
NB.1.8.1 और LF.7: नए वैरिएंट्स पर देशभर में अलर्ट
INSACOG के मुताबिक, भारत में कोविड-19 के दो नए वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 की मौजूदगी दर्ज की गई है। ये वही वैरिएंट्स हैं जो चीन समेत एशिया के कुछ अन्य देशों में भी तेजी से फैल रहे हैं। हालांकि WHO ने इन्हें फिलहाल “चिंताजनक वैरिएंट” घोषित नहीं किया है, लेकिन ये ‘वैरिएंट्स अंडर मॉनिटरिंग’ की श्रेणी में शामिल किए गए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि NB.1.8.1 में A435S, V445H और T478I जैसे म्यूटेशन हैं, जो इसे ज्यादा संक्रामक बना सकते हैं और यह पहले से बनी इम्यूनिटी को चकमा दे सकता है।

भारत JN.1 वैरिएंट सबसे तेज फैल रहा
देश में फिलहाल JN.1 वैरिएंट सबसे ज्यादा फैल रहा है। टेस्टिंग के दौरान लिए गए सैंपल में से आधे से अधिक में यही वैरिएंट मिला है। इसके अलावा BA.2 (26%) और ओमिक्रॉन की अन्य सबलाइनेज (20%) भी एक्टिव हैं।
अभी घबराने की जरूरत नहीं, सतर्क रहना ज़रूरी
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, अधिकतर नए केस हल्के हैं और घर पर ही इलाज संभव है। हालांकि, कुछ गंभीर मामलों में पुरानी बीमारियों की भूमिका रही है। जैसे कि ठाणे में जान गंवाने वाला 21 वर्षीय युवक डायबिटीज से पीड़ित था।
कोरोना से बचाव के जरूरी उपाय
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क पहनें
- हाथों की नियमित सफाई करें
- समय पर टीकाकरण और बूस्टर डोज़ लें
- बीमार महसूस हो तो घर पर रहें
- सामाजिक दूरी का पालन करें
किन लोगों को ज्यादा खतरा है?
वरिष्ठ नागरिक और डायबिटीज, हृदय रोग, अस्थमा या अन्य पुरानी बीमारियों से पीड़ित लोगों को कोविड संक्रमण से अधिक खतरा है। ऐसे लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
देश में अभी भले ही कोविड-19 के सक्रिय मामले सीमित हैं, लेकिन नए वैरिएंट्स की मौजूदगी और दक्षिण भारत में बढ़ते मामलों ने सरकार की चिंता जरूर बढ़ा दी है।