शुक्रवार को जब फरीदाबादवासी तपती गर्मी के बाद राहत की बूंदों की आस लगा रहे थे, तभी अचानक तेज आंधी और बारिश ने शहर को थर्रा दिया। राहत की यह बारिश तबाही की शक्ल में आई और पूरे शहर में अफरा-तफरी मच गई।
एनआईटी-5 में हादसा टला, कार पर गिरा पेड़
एनआईटी-5 स्थित केएल मेहता कॉलेज के सामने एक पुराना विशाल पेड़ अचानक एक स्विफ्ट डिजायर कार पर आ गिरा। कार में दो बच्चों समेत चार लोग सवार थे जो बाजार से बीके चौक की ओर जा रहे थे। आसपास मौजूद लोगों की फुर्ती से सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। गनीमत रही कि किसी को चोट नहीं लगी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था।
बीके चौक और आसपास की सड़कों पर लगे जाम, ट्रैफिक पुलिस ने मोर्चा संभाला
तेज आंधी के चलते कई सड़कों पर पेड़ गिर गए, जिससे ट्रैफिक पूरी तरह जाम हो गया। बीके चौक की मुख्य सड़क और उससे सटी गलियों में वाहन फंसे रहे। ट्रैफिक पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन भारी पेड़ों को हटाना आसान नहीं था। मजबूरन कुछ मार्गों को डायवर्ट करना पड़ा। कई स्थानों पर लोग खुद पेड़ हटाने की कोशिश करते नजर आए लेकिन भारी तनों के कारण सफल नहीं हो सके।
बिजली आपूर्ति पर भी पड़ा असर, खंभे टूटे, इलाके अंधेरे में डूबे
सेक्टर-3, नंगला एनक्लेव पार्ट-2 और कांवरा गांव में तूफान का सीधा असर बिजली व्यवस्था पर दिखा। यहां कई जगह बिजली के खंभे टूट गए या झुक गए, जिससे आपूर्ति ठप हो गई। नंगला इलाके में एक निर्माणाधीन दीवार गिर गई, जिसकी चपेट में एक टोयोटा कार आ गई। हालांकि, उस वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था जिससे जानमाल की हानि नहीं हुई।
ओम स्वीट्स के पास दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त, दुकानों का सामान सड़क पर बिखरा
एनआईटी-5 में ओम स्वीट्स के सामने खड़ा एक पेड़ गिरने से कई स्कूटी और बाइक उसकी चपेट में आ गईं। इसके अलावा दुकानों का सामान भी सड़कों पर बिखर गया। ट्रैफिक पुलिस के जवान खुद कुल्हाड़ी लेकर पेड़ों को काटने में जुटे और रास्ते को साफ करने की कोशिश करते रहे।
स्थिति धीरे-धीरे सामान्य, लेकिन डर कायम
रात तक स्थिति कुछ हद तक सामान्य जरूर हुई, लेकिन तूफान का डर अब भी लोगों के चेहरों पर नजर आ रहा है। गर्मी से राहत की यह बारिश शहर के लिए एक सबक बन गई—कुदरत के आगे हम कितने असहाय हो सकते हैं।