नेशनल ब्रेकिंग. फैटी लिवर एक ऐसी कंडीशन है जिसमें लिवर में अतिरिक्त वसा जमा हो जाती है। यह स्थिति गंभीर हो सकती है, क्योंकि यदि इसे समय रहते सही न किया जाए, तो यह लिवर सिरोसिस या लिवर कैंसर जैसी समस्याओं का कारण बन सकती है। शराब फैटी लिवर का एक प्रमुख कारण है, लेकिन इसके अलावा कई अन्य खाद्य पदार्थ और आदतें भी इसके कारण हो सकती हैं।
फैटी लिवर का कारण बनने वाली 4 चीजें
- शुगर: शुगर लिवर में वसा बढ़ा सकती है। इसलिए सॉफ्ट ड्रिंक्स, कैंडी और पेस्ट्री जैसे मीठे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
- फ्राइड फूड्स: तला हुआ खाना वसा से भरपूर होता है, जो लिवर में जमा हो सकता है।
- प्रोसेस्ड फूड्स: इनमें चीनी, नमक और अनहेल्दी फैट होते हैं, जो लिवर के लिए हानिकारक हो सकते हैं।
- प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट: व्हाइट ब्रेड, चावल और पास्ता जैसे प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट लिवर में वसा का स्तर बढ़ा सकते हैं।
फैटी लिवर का कारण
फैटी लिवर के विकास में कुछ आदतें भी अहम भूमिका निभाती हैं। जिसमें सबसे बड़ा कारण मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल और कुछ दवाओं का सेवन है। आदतों में सुधार करके लीवर की सेहत सुधारी जा सकती है।
फैटी लिवर के लक्षण
फैटी लिवर के कुछ सामान्य लक्षण हैं। जैसे – थकान महसूस होना, पेट में दर्द, भूख की कमी, वजन घटना और त्वचा का पीली पड़ना शामिल है। यदि आप में ऐसे लक्षण है तो संभव है कि लीवर फैटी हो रहा है। समय पर इनकी पहचान करके इलाज शुरू किया जा सकता है।
फैटी लिवर से बचाव के उपाय
फैटी लिवर से बचाव के लिए कुछ आसान उपाय हैं:
- हेल्दी वजन बनाए रखें
- संतुलित आहार लें
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें
- शराब का सेवन सीमित करें
- धूम्रपान छोड़ें
अगर आपको पहले से ही फैटी लिवर है, तो डॉक्टर आपको एक हेल्दी डाइट, नियमित एक्सरसाइज और वजन कम करने की सलाह देंगे। कुछ मामलों में दवाओं की भी आवश्यकता हो सकती है।