टीम इंडिया में एक नया युग शुरू हो चुका है। रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अब सवाल यह है कि अगला टेस्ट कप्तान कौन होगा? रोहित जहां चार साल तक टीम के टेस्ट कप्तान रहे, वहीं कोहली ने अपने आठ साल के कार्यकाल में भारत को विदेशी धरती पर 15 टेस्ट जिताए। अब बारी है नई लीडरशिप की, लेकिन विकल्प कई हैं और हालात जटिल।
टीम में अब सिर्फ कुछ ही सीनियर खिलाड़ी बचे हैं—जसप्रीत बुमराह, केएल राहुल, मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा। बुमराह और राहुल को कप्तानी का अनुभव है, जबकि युवा सितारे शुभमन गिल और ऋषभ पंत भी रेस में शामिल हैं।
बुमराह फिटनेस के कारण पीछे हटे
जसप्रीत बुमराह को टेस्ट कप्तानी का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने दो टेस्ट में टीम का नेतृत्व किया भी, जिसमें पर्थ में शानदार जीत मिली। लेकिन सिडनी टेस्ट में उन्हें कमर में खिंचाव के चलते गेंदबाजी छोड़नी पड़ी और भारत मैच हार गया।
बुमराह की सबसे बड़ी चुनौती उनकी फिटनेस रही है। लंबे फॉर्मेट में उनका लगातार खेल पाना मुश्किल होता है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुमराह ने इसी कारण कप्तानी स्वीकार करने से मना कर दिया है। इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली आगामी सीरीज में भी उनके सभी मैच खेल पाने की संभावना कम है।
ऋषभ पंत: बल्लेबाजी से भरोसा, कप्तानी पर सवाल
ऋषभ पंत ऐसे खिलाड़ी हैं जिनकी टेस्ट प्लेइंग-11 में जगह लगभग पक्की मानी जाती है। वे ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं। उनकी बैटिंग जोखिम से भरी होती है, और यही उनकी कप्तानी को लेकर भी आशंकाएं पैदा करता है।
हालांकि पंत को IPL और घरेलू क्रिकेट में कप्तानी का अनुभव है, लेकिन उन्होंने अभी तक इंटरनेशनल लेवल पर भारत का नेतृत्व नहीं किया। मैनेजमेंट अगर रिस्क लेना चाहे तो पंत एक सरप्राइज कप्तान साबित हो सकते हैं।
शुभमन गिल: युवा जोश और स्थिर प्रदर्शन के साथ सबसे मजबूत दावेदार
25 वर्षीय शुभमन गिल टेस्ट कप्तानी की रेस में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। वे वनडे और टी-20 में पहले ही भारत का नेतृत्व कर चुके हैं। उनकी बल्लेबाजी में निरंतरता है—पिछले पांच सालों में मुश्किल विदेशी पिचों पर उन्होंने पांच टेस्ट शतक जड़े हैं।
शुभमन में लंबी रेस का घोड़ा बनने की क्षमता नजर आती है। भले ही उन्हें तुरंत कप्तान न बनाया जाए, लेकिन उप कप्तान के तौर पर उन्हें तैयार किया जा सकता है। कोहली की तरह ही लगभग उसी उम्र में कप्तानी संभालना शुभमन के लिए करियर बदलने वाला कदम हो सकता है।
केएल राहुल: अनुभव और स्थिरता के साथ भरोसेमंद विकल्प
केएल राहुल के पास विदेशी पिचों पर शानदार रिकॉर्ड है। दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे चुनौतीपूर्ण देशों में उन्होंने बतौर ओपनर शतक लगाए हैं। रोहित के बाद बतौर ओपनर उनकी जगह लगभग तय मानी जा रही है।
राहुल को तीन टेस्ट में कप्तानी का अनुभव है, जिनमें दो में भारत को जीत मिली। उनकी शांत और समझदार छवि टीम के लिए स्थिरता ला सकती है। मैनेजमेंट अगर फिलहाल स्थायित्व चाहती है तो राहुल सबसे मुफीद विकल्प हो सकते हैं। शुभमन जैसे युवाओं को उनकी लीडरशिप में तैयार किया जा सकता है।
इंग्लैंड सीरीज की चुनौती: पहला टेस्ट 20 जून से
टीम इंडिया अगली बड़ी परीक्षा के लिए तैयार हो रही है। 20 जून से इंग्लैंड दौरा शुरू होगा, जहां हेडिंग्ले में पहला टेस्ट खेला जाएगा। दौरा 4 अगस्त तक चलेगा। पिछली बार विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने यह सीरीज 2-2 से ड्रॉ की थी।
अब नई कप्तानी, नई सोच और नई शुरुआत की जरूरत है। देखना यह होगा कि टीम मैनेजमेंट किसे भारत के टेस्ट भविष्य की बागडोर सौंपता है—अनुभव या जोश, स्थायित्व या साहस?

- KL राहुल सबसे अनुभवी विकल्प हैं जिनके नाम विदेशी पिचों पर सेंचुरी और कप्तानी दोनों का अनुभव है।
- जसप्रीत बुमराह भी बड़े दावेदार थे, लेकिन फिटनेस चिंताओं के चलते उन्होंने कप्तानी से मना कर दिया।
- ऋषभ पंत, जो इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में सेंचुरी लगा चुके हैं, एक रोमांचक लेकिन रिस्की विकल्प हो सकते हैं।
- शुभमन गिल, युवा और परफॉर्मेंस के आधार पर तेजी से आगे बढ़ते कप्तान विकल्प हैं।
- टीम इंडिया 20 जून 2025 से इंग्लैंड दौरे पर 5 टेस्ट खेलेगी, ऐसे में नए कप्तान की घोषणा जल्द ही हो सकती है।