रविवार, जून 15, 2025
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जयपुर दौरे में बोले जेपी नड्डा- विचारधारा के सिपाही को बनाया सीएम, मोदी आपदा को अवसर में बदलते हैं

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा शनिवार को जयपुर के दौरे पर रहे, जहां उन्होंने पार्टी की विचारधारा और संगठनात्मक मूल्यों को लेकर साफ संकेत दिए। आरआईसी में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की नियुक्ति को केवल एक प्रशासनिक फैसला नहीं, बल्कि एक समर्पित विचारधारा के कार्यकर्ता की मान्यता बताया। नड्डा ने कहा कि, “भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री पद पर बैठाना विषय नहीं है, विषय यह है कि विचारधारा के सच्चे सिपाही को जिम्मेदारी दी गई है, जो मोदी टीम के साथ राजस्थान की सेवा में जुटे हैं।”

नड्डा ने कांग्रेस पर परोक्ष हमला बोलते हुए कहा कि जनता ने पहले की सरकारों का भी काम देखा है और अब वर्तमान नेतृत्व का भी। उन्होंने अपने भाषण में एक बारीक तुलना करते हुए कहा, “अगर दिन और रात का अंतर हो, तो रात के बाद दिन पसंद आना ही चाहिए।” यह टिप्पणी साफ तौर पर पुरानी नीतियों और वर्तमान सरकार की कार्यशैली में अंतर को उजागर करने की मंशा दर्शाती है।

अहिल्या बाई को बताया समग्र नेतृत्व का प्रतीक

अहिल्या बाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जेपी नड्डा ने उनके योगदान को आधुनिक नेतृत्व के लिए प्रेरणा बताया। उन्होंने कहा कि अहिल्या बाई न केवल धार्मिक रूप से समर्पित थीं, बल्कि प्रशासन, न्याय और सेना संचालन में भी दक्ष थीं। उनके अनुसार, “अहिल्या बाई वह नेतृत्व थीं, जो विपरीत परिस्थितियों को अवसर में बदलने की कला जानती थीं, ठीक उसी तरह जैसे आज पीएम मोदी आपदा को अवसर में बदलते हैं।”

नड्डा ने यह भी कहा कि 2029 तक संसद में 33% महिला प्रतिनिधित्व होगा, जो नारी सशक्तिकरण की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा लाल किले से स्वच्छता जैसे मुद्दों को उठाने की प्रशंसा की और पिछली सरकारों पर ग्रामीण भारत की उपेक्षा का आरोप लगाया।

राजे ने कहा: नारी शक्ति किसी से कम नहीं

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कार्यक्रम में महिलाओं की बहुआयामी भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि, “महिलाएं राशन से लेकर शासन तक हर जिम्मेदारी को पूरी क्षमता से निभा रही हैं।” उन्होंने अहिल्या बाई को सच्चा नेतृत्वकर्ता बताया और कहा कि वह ऐसी शासक थीं जिन्होंने न्याय के लिए अपने पुत्र तक को दंडित किया।

राजे ने केंद्र सरकार के नारी शक्ति वंदन अधिनियम को महिलाओं को श्रद्धांजलि बताते हुए कहा कि महिलाएं सिर्फ घरेलू कार्यों में नहीं, बल्कि शासन और प्रशासन में भी अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। उन्होंने व्यावहारिक उदाहरण देते हुए कहा, “महिलाएं वही सड़क चलकर आती हैं जिस पर आप चलते हैं, लेकिन कभी नहीं कहती कि थक गई।”

इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, डिप्टी सीएम दीया कुमारी, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ समेत अन्य नेताओं ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।

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