नेशनल ब्रेकिंग. महाराष्ट्र में गुलियन बैरे सिंड्रोम (GBS) के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, अब तक 225 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 197 की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 28 मामलों को संदिग्ध माना जा रहा है। इस बीमारी से मरने वालों की संख्या भी बढ़ी है, जिसमें 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
पुणे में स्थिति गंभीर, सबसे ज्यादा मामले
पुणे और आसपास के क्षेत्रों में गुलियन बैरे सिंड्रोम के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। पुणे नगर निगम से अब तक 46 मामले सामने आ चुके हैं, वहीं पिंपरी चिंचवड़ और पुणे ग्रामीण इलाकों से भी मामले बढ़े हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इस पर कड़ी निगरानी रखना शुरू कर दिया है और स्थिति को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है।
गुलियन बैरे सिंड्रोम क्या है?
गुलियन बैरे सिंड्रोम एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है, जिसमें शरीर की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। यह आमतौर पर संक्रमण के कारण होता है, जिससे नसों में सूजन और क्षति हो जाती है। मरीजों को गंभीर स्थिति में कार्डियक अरेस्ट, ब्लड क्लॉटिंग और संक्रमण जैसी समस्याएं हो सकती हैं। सही इलाज मिलने पर मरीज ठीक हो सकते हैं, लेकिन गंभीर मामलों में आईसीयू और वेंटिलेटर सपोर्ट की जरूरत पड़ सकती है।
गुलियन बैरे सिंड्रोम के लक्षण
- धड़कन का तेज होना
- चेहरे पर सूजन
- सांस लेने में कठिनाई
- चलने-फिरने में परेशानी
- शरीर में चुभन और दर्द
- गर्दन घुमाने में दिक्कत
- शरीर में कंपकंपी का एहसास
स्वास्थ्य विभाग की निगरानी और अपील
स्वास्थ्य विभाग ने मामले बढ़ने के बाद इस बीमारी की निगरानी तेज कर दी है। सरकार इस बीमारी के फैलाव को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है और नागरिकों से भी सतर्क रहने की अपील की जा रही है।