रविवार, जून 15, 2025
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हरियाणवी सिंगर मासूम शर्मा ने बैन ‘खटोला’ गाने को भजन में बदला, प्रेमानंद महाराज को सुनाया, बाबा बोले- ठीक है, बढ़िया है…

हरियाणवी गायक मासूम शर्मा ने बुधवार को वृंदावन में संत प्रेमानंद महाराज के सामने अपना नया भजन प्रस्तुत किया। यह भजन किसी और धुन पर नहीं, बल्कि उसी बैन किए गए गाने ‘एक खटोला जेल के भीतर…’ की तर्ज पर तैयार किया गया है, जिस पर गन कल्चर को बढ़ावा देने के आरोप लगे थे।

प्रेमानंद महाराज ने भजन को ध्यानपूर्वक सुना और मुस्कुराते हुए संक्षिप्त प्रतिक्रिया दी—“ठीक है, बढ़िया है…”। इस दौरान मासूम शर्मा के साथ गायक कुलबीर दनौदा (केडी) भी मौजूद थे।

‘खाटू वाले की कृपा से मौज ना म्हारी डट री है…’

मासूम द्वारा गाए गए इस नए भजन की पंक्तियाँ कुछ इस तरह थीं—
“थारी जिंदगी कटै बोझ में, म्हारी मौज में कट री है,
खाटू वाले की कृपा से मौज ना म्हारी डट री है…
एक सहारा श्याम वो प्यारा, बाबा म्हारा अपरंपार…”

इस गीत में अब न तो जेल की दीवारें हैं, न हथियारों का ज़िक्र—बल्कि खाटू श्याम की महिमा और भक्तिभाव से भरी पंक्तियाँ हैं।

पहले बैन, अब भक्ति की ओर रुख

गौरतलब है कि हरियाणा सरकार ने 13 मार्च 2025 से गन कल्चर पर सख्ती दिखाते हुए कई गानों को यूट्यूब से हटवाया था। इस कार्रवाई की शुरुआत ही मासूम शर्मा के गानों से हुई। ‘एक खटोला जेल के भीतर…’ जैसा गीत, जिसने लाखों व्यूज बटोरे थे, अब यूट्यूब से नदारद है।

एक शो के दौरान गुरुग्राम पुलिस ने उन्हें मंच से हटाकर यह गाना गाने से रोक दिया था। इसके बाद मासूम ने इस गाने को एक नए रूप में ढालने का फैसला लिया—अब यह एक श्याम भजन बन चुका है।

मुख्यमंत्री की तारीफ ने चौंकाया था

27 अप्रैल को पंचकूला के देवीलाल स्टेडियम में भगवान परशुराम जयंती पर हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मंच से मासूम शर्मा की तारीफ कर दी। उन्होंने कहा—“ये हमारे हरियाणवी कलाकार हैं, जिनके गानों पर लोग खड़े होकर नाचने लगते हैं।”

यह बयान ऐसे वक्त आया जब सरकार खुद उनके गानों को हटवाने की कार्रवाई कर चुकी थी। इससे राजनीतिक हलकों में भी हलचल देखी गई थी।

जल्द होगा भजन का औपचारिक रिलीज

मासूम शर्मा के निजी सचिव दीपक ने जानकारी दी कि यह नया भजन रिकॉर्ड होकर तैयार है और कुछ ही महीनों में आधिकारिक रूप से रिलीज कर दिया जाएगा। प्रेमानंद महाराज के समक्ष जो वर्जन सुनाया गया, वह उसी पुराने गाने की धुन पर आधारित है, लेकिन अब उसमें सिर्फ श्याम भक्ति की गूंज है।

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