18 मई भारतीय इतिहास में एक अत्यंत महत्वपूर्ण दिन है, जब कई ऐतिहासिक घटनाएँ घटीं, जिन्होंने देश की सामाजिक, राजनीतिक और सांस्कृतिक धारा को प्रभावित किया। इस दिन की घटनाएँ न केवल भारत, बल्कि समूचे विश्व के इतिहास में मील के पत्थर के रूप में दर्ज हैं।
प्रमुख घटनाएं
- 1974: पोखरण में ‘स्माइलिंग बुद्धा’ परीक्षण
18 मई 1974 को भारत ने राजस्थान के पोखरण में अपना पहला भूमिगत परमाणु परीक्षण किया, जिसे ‘स्माइलींग बुद्धा’ नाम दिया गया। इस परीक्षण ने भारत को परमाणु शक्ति संपन्न देशों की सूची में शामिल किया और देश की रक्षा क्षमताओं को मजबूती प्रदान की। - 1912: ‘श्री पुंडलिक’ का प्रदर्शन
18 मई 1912 को मुंबई में ‘श्री पुंडलिक’, भारत की पहली फीचर फिल्म का प्रदर्शन हुआ। दादासाहेब तोरणे द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक नई दिशा की शुरुआत की। - 2009: श्रीलंकाई गृहयुद्ध का अंत
18 मई 2009 को श्रीलंकाई सरकार ने लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (LTTE) के खिलाफ 26 वर्षों से चल रहे गृहयुद्ध के समाप्ति की घोषणा की। इस दिन को श्रीलंकाई तमिल समुदाय ‘मुलिवैकल स्मरण दिवस’ के रूप में मनाता है।
आज हमने इन्हें खो दिया
- पंचानन महेश्वरी (1905–1966)
18 मई 1966 को भारतीय वनस्पति विज्ञानी पंचानन महेश्वरी का निधन हुआ। उन्होंने पौधों के टेस्ट-ट्यूब निषेचन की तकनीक का विकास किया, जो कृषि विज्ञान में मील का पत्थर साबित हुआ। - रीमा लागू (1958–2017)
18 मई 2017 को प्रसिद्ध अभिनेत्री रीमा लागू का निधन हुआ। उन्होंने ‘क़यामत से क़यामत तक’, ‘मैंने प्यार किया’ और ‘साजन’ जैसी फिल्मों में मां के किरदार से दर्शकों के दिलों में विशेष स्थान बनाया।
जन्मदिन
- एच. डी. देवगौड़ा (1933–वर्तमान)
18 मई 1933 को भारत के 14वें प्रधानमंत्री एच. डी. देवगौड़ा का जन्म हुआ। कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में भी उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया। - अनंत बजाज (1977–2018)
18 मई 1977 को भारतीय व्यवसायी अनंत बजाज का जन्म हुआ। बजाज इलेक्ट्रिकल्स के प्रबंध निदेशक के रूप में उन्होंने कंपनी को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।
अन्य महत्वपूर्ण घटनाएँ
- अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस (18 मई 1977)
18 मई 1977 को पहली बार अंतर्राष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाया गया, जिसका उद्देश्य संग्रहालयों की सामाजिक और सांस्कृतिक भूमिका को बढ़ावा देना है। - विश्व एड्स वैक्सीन दिवस (18 मई)
18 मई को विश्व एड्स वैक्सीन दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो एच.आई.वी. वैक्सीनेशन और एड्स की रोकथाम के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है।