बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बुधवार की दोपहर एक दर्दनाक हादसा हो गया। बरियारपुर थाना क्षेत्र के रामपुर मनी पंचायत में दलित समुदाय की बस्ती में भीषण आग लग गई। आग ने देखते ही देखते 50 से ज्यादा झुग्गियों को अपने कब्जे में ले लिया। दर्जनों घर जलकर राख हो गए और 5 लोगों की ज़िंदगी खत्म हो गई, जिनमें चार मासूम बच्चे भी शामिल हैं।
बच्चों की मौत से गांव में मातम
मारे गए बच्चों की पहचान अंशिका कुमारी (5), ब्यूटी कुमारी (8), सृष्टि कुमारी (6) और विपुल कुमार (10) के रूप में हुई है। साथ ही एक और व्यक्ति की जान चली गई है। इन बच्चों की उम्र छोटी थी और वे आग के वक्त घर के अंदर ही फंसे रह गए। डर और धुएं के कारण वे बाहर नहीं निकल सके। गांव के राजू पासवान के तीन बच्चों की भी मौत हुई है।
आग का कारण अभी भी साफ नहीं
स्थानीय लोगों और प्रशासन के बीच आग लगने के कारण को लेकर अलग-अलग बातें सामने आ रही हैं। कुछ लोगों का कहना है कि हाई टेंशन तार गिरा, जिससे आग फैली। वहीं, बिजली विभाग का कहना है कि आग चूल्हे से निकली चिंगारी के कारण लगी। जांच अभी चल रही है और डीएम को रिपोर्ट सौंप दी गई है।
दमकल की टीम पर उठे सवाल
ग्रामीणों ने बताया कि आग लगते ही थाने और दमकल को फोन किया गया, लेकिन समय पर मदद नहीं मिली। जब तक दमकल की दो गाड़ियां पहुंचीं, तब तक आग फैल चुकी थी। एक गाड़ी का नोजल भी खराब था, जिससे आग बुझाने में दिक्कत आई। बाद में सात गाड़ियों और 25 कर्मियों की मदद से तीन घंटे में आग पर काबू पाया गया।
प्रशासन ने किया मुआवज़े का ऐलान
मुजफ्फरपुर के डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कहा है कि हादसे में मारे गए बच्चों के परिवारों को मुआवज़ा दिया जाएगा। साथ ही दो दिन तक खाने-पीने की पूरी व्यवस्था की जाएगी। फिलहाल इलाके में राहत कार्य जारी है और पीड़ितों के पुनर्वास की कोशिशें शुरू हो चुकी हैं।

- मुजफ्फरपुर के रामपुर मनी पंचायत में भीषण आग से 5 लोगों की मौत, जिनमें 4 मासूम बच्चे शामिल हैं।
- 50 से ज्यादा झुग्गियां जलकर राख हो गईं, आग में कई सिलेंडर भी फटे।
- आग का कारण हाई टेंशन तार या चूल्हे की चिंगारी होने की बात सामने आ रही है।
- दमकल की टीम पर समय पर न पहुंचने के आरोप लगे, ग्रामीणों में नाराज़गी।
- प्रशासन ने मुआवज़ा देने और राहत कार्य शुरू करने की घोषणा की है।