अलवर पुलिस ने एक हाई-प्रोफाइल ऑनलाइन सट्टेबाजी गैंग का खुलासा करते हुए तीन पढ़े-लिखे इंजीनियरों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने देशभर में 150 करोड़ रुपये से ज्यादा की ठगी की. इन युवकों ने फर्जी वेबसाइट्स के ज़रिए सट्टेबाजी का ऐसा जाल बिछाया कि हजारों लोग उसमें फंसते चले गए. आरोपी क्रिकेट, आईपीएल, मटका और कसीनो जैसे खेलों पर लोगों से ऑनलाइन सट्टा लगवाते थे. अब पुलिस ने इनके पास से कई डिजिटल सबूत भी बरामद किए हैं और आयकर विभाग को भी जानकारी सौंप दी गई है.
तीनों इंजीनियर, लेकिन दिमाग लगाया ठगी में
पुलिस की जांच में सामने आया है कि पकड़े गए आरोपी नितिन पालीवाल, महेश शर्मा और पीयूष शर्मा तीनों ने देश के जाने-माने इंजीनियरिंग कॉलेजों से पढ़ाई की है. नितिन ने कोरोना काल में बेरोजगारी के दौरान इस गोरखधंधे की शुरुआत की थी. फिर महेश और पीयूष उसके साथ जुड़ गए. तीनों ने मिलकर सट्टेबाजी की वेबसाइट्स बनाईं और फर्जी ID के जरिए लोगों को जोड़ना शुरू किया.
60 हजार से ज्यादा सट्टा ID, सबसे ज्यादा यूपी में
पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि आरोपियों के नेटवर्क में करीब 60 हजार से ज्यादा सक्रिय सट्टा ID थीं. इनमें से सबसे ज्यादा ID उत्तर प्रदेश में मिली हैं. आरोपियों ने देशभर में 30 से ज्यादा वेबसाइट्स बना रखी थीं, जिनसे ऑनलाइन सट्टेबाजी का काम चल रहा था. ये वेबसाइट्स दिखने में असली लगती थीं, जिससे लोग आसानी से इनके झांसे में आ जाते थे.
कमाई से स्पोर्ट्स क्लब और प्लॉट खरीदे
आरोपियों ने सट्टेबाजी से कमाए पैसे से डग आउट नाम से एक स्पोर्ट्स क्लब शुरू किया था और एक महंगा प्लॉट भी खरीदा. यही नहीं, इनके पास से पुलिस ने 6 मोबाइल, 2 लैपटॉप, एक हार्ड ड्राइव, 15 एटीएम कार्ड और एक SUV भी बरामद की है. यानि कमाई का पूरा इस्तेमाल आरामदायक जिंदगी के लिए हो रहा था.
देशभर में फैला था नेटवर्क, अब जांच एजेंसियां भी सतर्क
तीनों आरोपियों का नेटवर्क राजस्थान, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली के अलावा विदेशों तक फैला हुआ था. पुलिस ने इन्हें 6 जून तक रिमांड पर लिया है और अब इनसे पूछताछ कर रही है. इस गिरोह की जानकारी अब आयकर विभाग और बाकी एजेंसियों को भी दे दी गई है, ताकि पैसों के लेनदेन और टैक्स चोरी की जांच की जा सके.

- अलवर पुलिस ने ऑनलाइन सट्टेबाजी से जुड़ी 150 करोड़ की ठगी में तीन इंजीनियर युवकों को गिरफ्तार किया।
- आरोपियों ने 30 से ज्यादा फर्जी वेबसाइट्स बनाकर देशभर में ऑनलाइन सट्टा नेटवर्क खड़ा किया।
- पुलिस को 60 हजार से ज्यादा सट्टा ID मिलीं, जिनमें सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से थीं।
- सट्टेबाजी से कमाए पैसे से आरोपियों ने स्पोर्ट्स क्लब और प्लॉट खरीदा था।
- पुलिस अब अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर इस पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।