राजस्थान के झुंझुनूं में एक युवक की मौत के बाद मामला तूल पकड़ गया है। मृतक युवक सुभाष मेघवाल, जो हाल ही में दुबई से अपने गांव लौटा था, उसकी 16 मई की रात झगड़े के बाद कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। इस मामले में झुंझुनूं पुलिस मुख्यालय में तैनात एक कर्मचारी पर आरोप है। घटना के बाद ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
परिजन शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर चुके हैं और लगातार तीसरे दिन धरने पर डटे हैं। शनिवार को गुस्साई भीड़ ने कलेक्ट्रेट का घेराव किया, पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा की गिरेबान पकड़ ली और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। हालात बेकाबू होने पर पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। फिलहाल माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है।
दुबई से लौटा युवक, विवाद में हुई मौत
धनुरी गांव का रहने वाला सुभाष मेघवाल दुबई में नौकरी करता था। 5 मई को वो गांव लौटा था और 20 मई को वापस जाने वाला था। 16 मई की रात रोहिड़ा बस स्टैंड के पास एक होटल में खाना खाते समय उसका मुकेश जाट नाम के शख्स से झगड़ा हो गया। आरोप है कि होटल से निकलते ही मुकेश और उसके साथियों ने सुभाष पर हमला कर दिया और बुरी तरह पीटा।
खून से लथपथ हालत में मिला, इलाज के बाद मौत
हमले के बाद सुभाष को खून से लथपथ हालत में होटल के बाहर पाया गया। परिजन उसे झुंझुनूं के बीडीके अस्पताल ले गए, जहां से जयपुर रेफर कर दिया गया। हालत न सुधरने पर उसे चौमूं के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन 25 मई की रात उसकी मौत हो गई। शव अब भी बीडीके अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा है।
आरोपी PHQ कर्मचारी, गिरफ्तारी की मांग पर अड़े परिजन
परिजनों का आरोप है कि मुख्य आरोपी मुकेश जाट पुलिस मुख्यालय जयपुर में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात है। उन्होंने बताया कि करीब 8 साल पहले अनुकंपा नियुक्ति में पुलिस में शामिल हुआ था। सुभाष की पत्नी मनोज देवी ने 18 मई को नामजद मुकदमा दर्ज कराया, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। इसी बात को लेकर ग्रामीण गुस्से में हैं और शव को हाथ तक नहीं लगाने दे रहे।
कलेक्ट्रेट का घेराव, पूर्व मंत्री से झड़प
शनिवार को बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने रैली निकालकर झुंझुनूं कलेक्ट्रेट का घेराव किया। ‘पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद’ के नारे लगे। प्रदर्शन में पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा भी पहुंचे, लेकिन ग्रामीणों ने उनसे धक्का-मुक्की कर दी। गिरेबान तक पकड़ लिया गया। हालात बिगड़ते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और भीड़ को खदेड़ना पड़ा।
पुलिस-प्रशासन पर सवाल, धरने पर डटे ग्रामीण
सुभाष की मौत को लेकर सर्व समाज के लोग बीडीके अस्पताल में धरना दे रहे हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होती, तब तक पोस्टमॉर्टम और अंतिम संस्कार नहीं होने देंगे। प्रशासन और पुलिस के खिलाफ लोगों में भारी गुस्सा है, और माहौल अभी भी तनावपूर्ण बना हुआ है।

- दुबई से लौटे सुभाष मेघवाल की झगड़े के बाद मौत, हत्या का आरोप PHQ कर्मचारी पर
- परिजनों ने शव लेने से किया इनकार, बीडीके अस्पताल में धरने पर बैठे
- झुंझुनूं कलेक्ट्रेट का घेराव, पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
- प्रदर्शन के दौरान पूर्व मंत्री राजेन्द्र गुढ़ा से धक्का-मुक्की
- पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा, माहौल अब भी तनावपूर्ण