नेशनल ब्रेकिंग. भारत सरकार समय-समय पर जनता के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू करती है, जिनका उद्देश्य आर्थिक सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करना होता है। ऐसी ही एक योजना है प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना, जो खासतौर पर असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए है। इस योजना के तहत लोग सिर्फ 55 रुपये मासिक अंशदान करके हर महीने 3000 रुपये की पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
55 रुपये में पाएं 3000 रुपये की पेंशन
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना सरकार द्वारा 2019 में शुरू की गई थी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले मजदूरों को बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा देना है। इस योजना के तहत, यदि कोई श्रमिक 55 रुपये प्रति माह का अंशदान करता है, तो उसे बुढ़ापे में 3000 रुपये की मासिक पेंशन मिलेगी। सरकार इस योजना में श्रमिक द्वारा जमा की गई राशि के बराबर योगदान भी देती है, जिससे योजना का लाभ और भी अधिक होता है।
कौन-कौन लोग ले सकते हैं इस योजना का लाभ?
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों के लिए है। इसमें शामिल होने वाले लोग कूड़ा बीनने वाले, रिक्शा चलाने वाले, घरेलू काम करने वाले, कपड़ा धोने वाले, ईंट भट्ठा पर काम करने वाले और चमड़े से सामान बनाने वाले जैसे लोग हो सकते हैं। ये श्रमिक यदि 18 साल की उम्र से योजना में भाग लेते हैं तो उन्हें 55 रुपये का मासिक अंशदान करना होगा।
पेंशन के लिए राशि जमा करने का तरीका
इस योजना में निवेश की शुरुआत 18 साल की उम्र से की जा सकती है। पहले वर्ष में सिर्फ 55 रुपये का मासिक अंशदान किया जाएगा। इसके बाद उम्र बढ़ने के साथ जमा करने की राशि बढ़ती जाएगी। 29 साल की उम्र में यह राशि 100 रुपये प्रति माह हो जाएगी। योजना में जमा की गई राशि के अनुसार पेंशन मिलती है, और यह पेंशन 60 वर्ष की आयु के बाद प्राप्त होती है।