लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार, 7 अप्रैल को अपने बिहार दौरे की शुरुआत बेगूसराय से की। यहां उन्होंने कांग्रेस की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा में भाग लेकर चुनावी अभियान का शंखनाद किया। राहुल गांधी के साथ इस यात्रा में पार्टी के प्रमुख चेहरे—कन्हैया कुमार, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार और प्रभारी कृष्णा अल्लावरु भी शामिल रहे।
यह यात्रा केवल एक जनसंपर्क अभियान नहीं, बल्कि युवाओं के मुद्दों को केंद्र में रखकर सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा है। राहुल गांधी ने वीडियो संदेश में युवाओं से सफेद टी-शर्ट पहनकर यात्रा में शामिल होने की अपील की थी—एकजुटता और उद्देश्य का प्रतीक।
#WATCH | Bihar | Lok Sabha LoP and Congress MP Rahul Gandhi joins NSUI National incharge Kanhaiya Kumar's 'Palayan Roko Naukri Do' rally in Begusarai. pic.twitter.com/1KaPjpEVDZ
— ANI (@ANI) April 7, 2025
युवाओं को साधने की रणनीति में बेगूसराय की अहम भूमिका
बेगूसराय, जहां से कन्हैया कुमार पहले लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, को राहुल गांधी ने अपने दौरे का शुरुआती बिंदु बनाया। यह न केवल राजनीतिक रूप से प्रतीकात्मक है, बल्कि क्षेत्रीय असंतोष और रोजगार की समस्या को चुनावी विमर्श में लाने की कोशिश भी है।
कांग्रेस इस यात्रा के जरिए यह संदेश देना चाहती है कि वह युवाओं की समस्याओं को न केवल समझती है, बल्कि उनके समाधान को लेकर गंभीर है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी बिहार के युवाओं को लेकर कोई बड़ा ऐलान भी कर सकते हैं, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
राहुल गांधी के बिहार दौरे में तीन प्रमुख कार्यक्रम
राहुल गांधी के इस दौरे में कुल तीन अहम कार्यक्रम शामिल हैं:
- बेगूसराय में ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा
- पटना में संविधान दिवस पर कार्यक्रम
- सदाकत आश्रम में कांग्रेस का इंटरनल संवाद
इन कार्यक्रमों के ज़रिए कांग्रेस राज्य स्तर पर अपनी पकड़ मज़बूत करने और संगठन को चुनावी मोड में लाने की रणनीति पर काम कर रही है।
बिहार में तीसरा दौरा, युवाओं पर खास फोकस
राहुल गांधी पिछले तीन महीनों में तीसरी बार बिहार पहुंचे हैं, जो इस बात का संकेत है कि पार्टी राज्य को लेकर बेहद गंभीर है। विशेषकर युवाओं, बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दों को केंद्र में रखकर कांग्रेस जमीनी स्तर पर अभियान खड़ा करने की कोशिश में है।
राजनीतिक संकेत और आने वाले संकेत
इस यात्रा के जरिए कांग्रेस ने यह संकेत देने की कोशिश की है कि वह 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद अब 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गई है। राहुल गांधी का यह दौरा युवाओं के मुद्दों को प्राथमिकता देने की रणनीति का हिस्सा है, जिसका असर आने वाले महीनों में गठबंधन और नीतिगत घोषणाओं पर भी पड़ सकता है।
खबर की बड़ी बातें
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 7 अप्रैल को बिहार के बेगूसराय से ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ यात्रा का शुभारंभ किया।
- यात्रा का उद्देश्य बिहार में बेरोजगारी और युवाओं के पलायन जैसे अहम मुद्दों को उजागर करना है।
- इस मौके पर राहुल के साथ कन्हैया कुमार, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार और प्रभारी कृष्णा अल्लावरु भी मौजूद रहे।
- राहुल गांधी ने युवाओं को संबोधित करते हुए सफेद टी-शर्ट पहनकर एकजुटता दिखाने की अपील की और सरकार पर दबाव बनाने का आह्वान किया।
- यह राहुल गांधी का बीते तीन महीनों में तीसरा बिहार दौरा है, जो यह दर्शाता है कि कांग्रेस राज्य में चुनावी रणनीति को लेकर गंभीर है।