राजस्थान विधानसभा में 7 दिनों से चल रहा गतिरोध नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की माफी के बाद समाप्त हो गया। यह विवाद 6 कांग्रेस विधायकों के निलंबन को लेकर था। कांग्रेस नेताओं ने इनकी वापसी की मांग की थी, लेकिन खेद प्रकट करने को लेकर मामला अटक गया था। आखिरकार बातचीत के बाद समाधान निकला।
नेशनल ब्रेकिंग: राजस्थान विधानसभा में 7 दिन से चल रहा गतिरोध आखिरकार खत्म हो गया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन से माफी मांग ली। उन्होंने विपक्ष के सदस्यों के आसन के अपमान को लेकर खेद प्रकट किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि आसन सर्वोपरि है और इसका सम्मान करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
सदन में माफी के बाद खत्म हुआ गतिरोध
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली की माफी के बाद विधानसभा में चल रहा गतिरोध खत्म हो गया। इससे पहले टीकाराम जूली, रफीक खान, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल, श्रीचंद कृपलानी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के बीच वार्ता हुई। इस बैठक में सरकारी मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग, बीजेपी विधायक पुष्पेन्द्र सिंह बाली, चंद्रभान आर्या, दीप्ति माहेश्वरी और निर्दलीय विधायक रवींद्र सिंह भाटी भी मौजूद थे।
6 विधायकों के निलंबन से जुड़ा है पूरा मामला
इस गतिरोध की शुरुआत 6 कांग्रेस विधायकों के निलंबन से हुई थी। निलंबित विधायकों में गोविंद सिंह डोटासरा, रामकेश मीणा, हाकम अली खान, अमीन कागजी, जाकिर हुसैन गैसावत और संजय कुमार के नाम शामिल हैं। कांग्रेस नेताओं ने इनकी वापसी की मांग की थी, लेकिन ‘खेद प्रकट करने’ को लेकर बात अटक गई थी। विधायक गोविंद सिंह डोटासरा ने घटना को खेदजनक बताया था, लेकिन स्पीकर की ओर से ‘खेद प्रकट करता हूं’ कहने की मांग की गई थी। इसी को लेकर मामला बिगड़ गया था।
कांग्रेस विधायकों ने किया धरना प्रदर्शन
इससे पहले, कांग्रेस विधायकों ने गुरुवार को भी विधानसभा की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया। वे विधानसभा परिसर के बाहर सड़क पर धरने पर बैठे रहे। इस विरोध प्रदर्शन के बीच बातचीत का दौर जारी रहा, जिसके बाद आखिरकार गतिरोध समाप्त हुआ।