राजस्थान में पाकिस्तान सीमा से सटे जिलों के साथ-साथ पूरे प्रदेश में रात 8 बजे के बाद अलग-अलग स्थानों पर ब्लैकआउट किया गया। यह ब्लैकआउट 15 से 30 मिनट तक चला और इसका उद्देश्य एयर स्ट्राइक जैसी स्थिति में नागरिक और प्रशासनिक तैयारियों को परखना था। लोग इस दौरान घरों, दुकानों और वाहनों की लाइटें बंद करके सुरक्षा अभ्यास में शामिल हुए।
जयपुर से सीकर तक ब्लैकआउट अलर्ट
जयपुर में खातीपुरा रोड से हसनपुरा तक रात 8:15 से 8:30 बजे तक ब्लैकआउट रहा। पुलिस ने कॉलोनियों में जाकर पूर्व सूचना दी। अजमेर, हनुमानगढ़, डूंगरपुर, सीकर, नागौर, जैसलमेर और चूरू समेत कई जिलों में तय समय पर बिजली गुल की गई। लोगों ने स्वेच्छा से घरों और वाहनों की लाइटें बंद रखकर सहयोग किया।
झालावाड़ में मॉक ड्रिल बनी रियल इमरजेंसी
झालावाड़ में कालीसिंध बांध पर मॉक ड्रोन अटैक के दौरान मधुमक्खियों का झुंड अधिकारियों पर टूट पड़ा। कलेक्टर और एसपी समेत मौजूद कर्मचारी भागकर अपनी जान बचाने को मजबूर हो गए।
जयपुर में आर्मी कॉलोनी पर ड्रोन अटैक सिमुलेशन
जयपुर के खातीपुरा स्थित एक सरकारी स्कूल मैदान में सेना की आवासीय कॉलोनी पर ड्रोन और मिसाइल हमले की मॉक ड्रिल की गई। हमले की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। सिमुलेशन में बताया गया कि 9 ग्रामीण फंसे, जिनमें से एक की मौत हुई और आठ घायल हुए। छत पर फंसे लोगों को क्रेन की मदद से सुरक्षित निकाला गया।
सीकर, जैसलमेर, चूरू में भी हाई अलर्ट प्रैक्टिस
सीकर के कल्याण मेडिकल कॉलेज में एयर स्ट्राइक की ड्रिल के दौरान चार धमाके कराए गए। पांचवीं मंजिल पर फंसे लोगों को रस्सियों से नीचे उतारा गया। जैसलमेर में सोनार किले की लाइटें 15 मिनट तक बंद रहीं। चूरू में कलेक्ट्रेट क्षेत्र में सायरन बजाकर ब्लैकआउट किया गया, जिसमें पुलिस ने वाहनों की लाइट बंद करवाई। बीकानेर में 8 बजे से बिजली काटी गई लेकिन लोगों की प्रतिक्रिया उम्मीद से कम रही। सड़क पर वाहनों की लाइटें जलती रहीं। जस्सूसर गेट जैसे इलाकों में बाइक और कार चालक न तो रुके और न ही लाइटें बंद कीं, जिससे स्पष्ट हुआ कि जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है।
जालोर में 15 मिनट का ब्लैकआउट
रात 8:30 से 8:45 बजे तक जालोर में पूरा शहर कुछ देर के लिए ठहर-सा गया। बाजारों की लाइटें बंद कर दी गईं और स्ट्रीट लाइट्स भी बुझा दी गईं। प्रशासन ने पहले से सूचना देकर सभी को सतर्क किया था, जिससे लोग सहयोग में पीछे नहीं रहे। भीलवाड़ा में ब्लैकआउट का समय 8 बजे से 8:15 तक रहा। रिलायंस मॉल क्षेत्र में अंधेरा किया गया जबकि अन्य इलाकों में बिजली चालू रही। इस दौरान सायरन लगातार बजते रहे, जिससे लोगों को अलर्ट रहने का संकेत मिलता रहा।
बाड़मेर के एयरबेस पर ब्लैकआउट
बाड़मेर के उत्तरलाई एयरबेस पर रात 8 बजे से शुरू हुआ ब्लैकआउट करीब 25 मिनट तक चला। सुरक्षा अभ्यास के तहत मार्केट भी बंद करवाया गया। वायुसेना से जुड़ा यह इलाका मॉक ड्रिल की दृष्टि से संवेदनशील रहा।
चित्तौड़गढ़ में ड्रोन अटैक और गैस रिसाव की मॉक ड्रिल
रावतभाटा के भारी पानी संयंत्र पर मॉक ड्रिल के तहत ड्रोन अटैक की स्थिति बनाई गई। अटैक के बाद गैस रिसाव की सूचना पर तुरंत प्रतिक्रिया दी गई। जिला प्रशासन, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीमें मौके पर पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया। घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया।