रविवार, जून 15, 2025
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रणथंभौर में मंदिर के चौकीदार को टाइगर ने मारा, दो महीने में तीसरे इंसांन की हुई मौत, लोगों ने की सड़क जाम

रणथंभौर के ऐतिहासिक दुर्ग में सोमवार सुबह एक बार फिर बाघ का आतंक देखने को मिला। इस बार निशाना बने 60 वर्षीय पुजारी राधेश्याम सैनी, जो बीते दो दशकों से जैन मंदिर में चौकीदारी कर रहे थे। सुबह की शुरुआत सामान्य थी, लेकिन कुछ ही देर में मंदिर से महज़ 40 मीटर दूर झाड़ियों से उनकी लाश मिलने की खबर जंगल की आग की तरह फैली।

हादसे के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और शव को सवाई माधोपुर जिला अस्पताल की मोर्चरी में भिजवाया गया। मुआयना करने पर मृतक की गर्दन पर टाइगर के कैनाइन दांतों के गहरे निशान और जांघ का हिस्सा खाया हुआ पाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक राधेश्याम सुबह शौच के लिए मंदिर के बाहर निकले थे, उसी दौरान टाइगर ने घात लगाकर हमला कर दिया।

दो किलोमीटर के दायरे में तीन मौतें

ये दो महीने में टाइगर अटैक की तीसरी घटना है—और चिंता की बात ये कि तीनों घटनाएं रणथंभौर किले की दो किलोमीटर की परिधि में हुई हैं।

  • 21 अप्रैल को बाघिन कनकटी ने त्रिनेत्र गणेश मंदिर के रास्ते पर 7 वर्षीय बालक को निवाला बना लिया था। बच्चा अपनी दादी के साथ दर्शन से लौट रहा था, जब अचानक झाड़ियों से निकली बाघिन ने उसे मुंह में दबोच लिया।
  • 12 मई को जोन-3 में जोगी महल के पास ट्रैकिंग कर रहे रेंजर पर हमला हुआ। टाइगर ने उनकी गर्दन पर वार किया और फिर लगभग 20 मिनट तक शव के पास बैठा रहा।
  • अब 9 जून, मंदिर परिसर के चौकीदार की जान गई है। इन तीनों घटनाओं की लोकेशन गूगल मैप पर देखने पर स्पष्ट होता है कि टाइगर मूवमेंट की एक खतरनाक परिधि बन चुकी है, जहां इंसान की मौजूदगी जानलेवा साबित हो रही है।

गांवों में रोष, रास्ता जाम

चौकीदार की मौत की खबर फैलते ही आसपास के ग्रामीणों में आक्रोश भड़क गया। बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और सवाई माधोपुर-कुंडेरा मार्ग को जाम कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि वन विभाग की लापरवाही और टाइगर मूवमेंट को हल्के में लेने की कीमत इंसानों की जान से चुकाई जा रही है।

हैरानी की बात यह भी है कि इसी रविवार को वन विभाग ने आमजन की सुरक्षा के नाम पर रणथंभौर किले में नागरिकों के प्रवेश पर रोक लगाई थी, लेकिन मंदिर के चौकीदार जैसे स्थायी निवासियों के लिए कोई विशेष सुरक्षा या वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई।

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