रविवार, जून 15, 2025
spot_img
होमराजस्थानआरएएस मेन्स परीक्षा स्थगित करने को लेकर 4 दिन से भूख हड़ताल,...

आरएएस मेन्स परीक्षा स्थगित करने को लेकर 4 दिन से भूख हड़ताल, 3 अभ्यर्थियों की तबीयत बिगड़ी, सरकार पर बढ़ता दबाव

राजस्थान विश्वविद्यालय के गेट पर आरएएस मेन्स परीक्षा की तारीख बढ़ाने की मांग को लेकर अभ्यर्थी चौथे दिन भी भूख हड़ताल पर बैठे हैं। शुरू में कुछ अभ्यर्थी धरने पर थे, लेकिन प्रशासन की अनदेखी से गुस्साए सैकड़ों छात्र मुख्य द्वार पर जमा हो गए। तीन अभ्यर्थियों की तबीयत रविवार को अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद तनाव बढ़ गया। हालांकि, प्रदर्शनकारियों को आश्वासन मिला है कि उनकी मांग पर जल्द कोई फैसला हो सकता है।

परीक्षा की तारीख पर संशय

RAS मेन्स परीक्षा 17-18 जून को निर्धारित है, लेकिन अभ्यर्थियों का दबाव बढ़ता जा रहा है कि इसे कम से कम तीन महीने आगे बढ़ाया जाए। उनका कहना है कि यदि तारीख नहीं बदली गई तो वे परीक्षा का बहिष्कार कर सकते हैं। यह स्थिति RPSC और सरकार के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर सकती है।

अभ्यर्थियों की प्रमुख मांगें

अभ्यर्थी मुख्य रूप से इस बात पर चिंता जता रहे हैं कि पिछले RAS परीक्षा का अंतिम परिणाम अभी तक जारी नहीं हुआ है। ऐसे में बहुत से छात्र इस बार परीक्षा दे रहे हैं, जो पिछली परीक्षा के नतीजे का इंतजार कर रहे हैं। इससे संभावना है कि दोनों परीक्षाओं में चयनित छात्र होंगे, जो सीटों के विवाद को जन्म देगा। इसलिए वे चाहते हैं कि परीक्षा कम से कम तीन महीने आगे बढ़े। इसके साथ ही वे RPSC से नियमित वार्षिक परीक्षा कैलेंडर जारी करने की भी मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में इसी तरह की असमंजस की स्थिति न बने।

राजनीतिक समर्थन से दबाव बढ़ा

अभ्यर्थियों के समर्थन में उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी, प्रेमचंद बैरवा, मंत्री हीरालाल नागर, किरोड़ी लाल मीणा समेत लगभग 40 विधायकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर उनकी मांगों को गंभीरता से उठाया है। इससे सरकार पर परीक्षा स्थगित करने का दबाव और भी बढ़ गया है।

 Nationalbreaking.com । नेशनल ब्रेकिंग - सबसे सटीक
  1. राजस्थान विश्वविद्यालय के गेट पर RAS मेन्स परीक्षा की तारीख बढ़ाने की मांग को लेकर अभ्यर्थी चार दिनों से भूख हड़ताल पर हैं।
  2. रविवार को तीन अभ्यर्थियों की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
  3. RAS मेन्स परीक्षा 17-18 जून को निर्धारित है, लेकिन अभ्यर्थी इसे कम से कम तीन महीने आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
  4. अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछली परीक्षा का परिणाम नहीं आया है, जिससे सीट विवाद की संभावना बढ़ रही है।
  5. उपमुख्यमंत्री और करीब 40 विधायकों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अभ्यर्थियों के समर्थन में आवाज उठाई, जिससे सरकार पर दबाव बढ़ा है।
अन्य खबरें