हर दिन जीवन में कोई न कोई ऊर्जा लाता है, लेकिन कुछ दिन ऐसे होते हैं जो सिर्फ पंचांग में नहीं, आस्था और आत्मिक शक्ति के संदर्भ में भी विशेष स्थान रखते हैं। 19 अप्रैल 2025 ऐसा ही एक दिन है। शनिवार के दिन पड़ रही षष्ठी तिथि, मूल नक्षत्र, शिव योग और ग्रहों की विशिष्ट युति, ये सभी मिलकर इस दिन को धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बना रहे हैं।
इस दिन शनि और शुक्र की युति मीन राशि में हो रही है, जो भौतिक सुख, कलात्मक कार्यों और जीवन में स्थायित्व से जुड़े विषयों में सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। वहीं, चंद्रमा धनु राशि में होकर बुद्धि, विश्वास और मानसिक संतुलन की ओर संकेत कर रहा है।
इन राशियों के लिए रहेगा विशेष प्रभाव
वृषभ (Taurus)
शुक्र की उच्च स्थिति से धन, प्रेम और रूप-सौंदर्य से जुड़े क्षेत्रों में विशेष लाभ की संभावना है।
तुला (Libra)
विवाह, साझेदारी और पारिवारिक विषयों में शुभ समाचार मिल सकते हैं। व्यावसायिक निर्णय आज के दिन सकारात्मक परिणाम देंगे।
मकर (Capricorn)
शनि की कृपा से कार्यस्थल पर स्थायित्व और पदोन्नति के योग हैं। समाज में प्रतिष्ठा में वृद्धि हो सकती है।
इन तीन चीज़ों का करें स्पर्श, मिल सकती है लक्ष्मी कृपा
धार्मिक परंपराओं में कुछ प्रतीकों को विशेष रूप से शुभ माना गया है। 19 अप्रैल को यदि व्यक्ति इन तीन चीजों का श्रद्धा और विधिपूर्वक स्पर्श करता है, तो उसके जीवन में न केवल आर्थिक सुधार बल्कि मानसिक और आत्मिक सशक्तिकरण भी संभव है:
- तांबा: इसे ऊर्जा और स्वास्थ्य का प्रतीक माना गया है। जल या मुद्रा के रूप में इसका उपयोग लाभकारी हो सकता है।
- शंख: समृद्धि और शुद्धता का संकेतक। इसे सुबह के समय जल में धोकर पूजा स्थल पर रखना विशेष फलदायक होता है।
- गौ-स्पर्श: गाय को भारतीय संस्कृति में माता के रूप में पूजा गया है। सुबह-सुबह गौ को स्पर्श कर नम्रता से आशीर्वाद लेना सौभाग्यवर्धक माना जाता है।
भाग्यवर्धक मंत्र और विधि
- मंत्र: “ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं महालक्ष्म्यै नमः”
- जाप संख्या: कम से कम 108 बार
- स्थान: घर का पूजन स्थल या नजदीकी लक्ष्मी मंदिर
- विधि: दीपक जलाकर शांत चित्त से जाप करें, और मन में एक सकारात्मक संकल्प लें।

- 19 अप्रैल 2025 को शनिवार के दिन षष्ठी तिथि, मूल नक्षत्र और शिव योग का विशेष संयोग बन रहा है।
- इस दिन शनि और शुक्र की युति मीन राशि में हो रही है, जो विलासिता, आर्थिक प्रगति और सौंदर्यबोध से जुड़े क्षेत्रों के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है।
- चंद्रमा धनु राशि में स्थित होने से मानसिक शांति, योजनाओं की सफलता और आध्यात्मिक जागरूकता में वृद्धि की संभावना है।
- वृषभ, तुला और मकर राशियों के लिए यह दिन विशेष फलदायक हो सकता है; वहीं अन्य राशियां भी पारंपरिक उपायों से लाभ पा सकती हैं।
- तांबे, शंख और गौ-स्पर्श जैसे धार्मिक प्रतीकों का विधिपूर्वक स्पर्श कर आध्यात्मिक ऊर्जा व लक्ष्मी कृपा का आह्वान किया जा सकता है।