उत्तर भारत इन दिनों आग उगलती दोपहरों और लू के थपेड़ों से झुलस रहा है। सोमवार को राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली और ओडिशा के 18 शहरों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। सबसे ज्यादा तपिश राजस्थान के श्रीगंगानगर में दर्ज की गई, जहां पारा 47.3°C तक पहुंचा—यह पूरे देश में सबसे अधिक रहा।
राजस्थान में रेड अलर्ट, राहत की उम्मीद नहीं
राजस्थान के पश्चिमी जिलों—जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, पाली, जालोर और सिरोही—भीषण गर्मी की चपेट में हैं। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने यहां रेड अलर्ट जारी कर दिया है। श्रीगंगानगर में लगातार दूसरे दिन तापमान 47 डिग्री के पार रहा। जयपुर, चित्तौड़गढ़ और करौली जैसे शहरों में भी लू के हालात बने हुए हैं। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अगले 3–4 दिन राज्य को राहत मिलने के आसार नहीं हैं।
दिल्ली-NCR में भी पारा उबल रहा है
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को भी तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने की संभावना है। राजधानी और आसपास के इलाकों के लिए हीटवेव को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। दिल्ली के कई हिस्सों में सुबह से ही गर्म पछुआ हवाएं लोगों को झुलसा रही हैं।
यूपी के 19 जिलों में लू की चेतावनी
उत्तर प्रदेश में भी गर्मी लगातार प्रचंड होती जा रही है। सोमवार को आगरा और झांसी में अधिकतम तापमान 45.9 डिग्री सेल्सियस रहा। आज प्रदेश के 19 जिलों के लिए हीटवेव का अलर्ट है। मौसम विभाग के अनुसार, 11 जून के बाद पूर्वी हवाएं चलेंगी, जिससे पूर्वांचल में हल्की बारिश के आसार बनेंगे।
हरियाणा और पंजाब में ऑरेंज अलर्ट
हरियाणा के सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी और रोहतक जिलों में सोमवार को तापमान 45 डिग्री को पार कर गया। सबसे गर्म रहा सिरसा, जहां पारा 46.4°C तक पहुंचा। यहां दिन और रात दोनों समय गर्म हवाएं चलने की चेतावनी है। इसी तरह पंजाब के समराला में 46.1°C रिकॉर्ड किया गया। पंजाब में आज भी हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी है।
मध्यप्रदेश में नौतपा जैसी झुलस
मध्यप्रदेश के भोपाल, ग्वालियर, रीवा, खरगोन, दमोह और छतरपुर जैसे शहरों में सोमवार को तापमान 45°C के पार चला गया। प्रदेश में मई-जून में पहली बार इतनी गर्मी दर्ज की गई है। कुल 24 शहरों में पारा 40 डिग्री से ऊपर रहा। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि फिलहाल राहत की कोई उम्मीद नहीं है।
हिमाचल के मैदानी इलाकों में भी गर्मी चरम पर
हिमाचल प्रदेश के चार शहरों में तापमान पहले ही 40 डिग्री के पार पहुंच चुका है। अगले तीन दिनों तक तापमान में 2–3 डिग्री की और बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि 13 जून को वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय होने की संभावना है, जिससे कुछ राहत मिलने की उम्मीद जताई गई है।
असम में बाढ़ से अब भी 1.63 लाख लोग प्रभावित
तेज गर्मी से उलट, असम में हालात कुछ और ही तस्वीर पेश कर रहे हैं। बाढ़ की स्थिति में मामूली सुधार आया है, लेकिन अब भी राज्य के 1.63 लाख लोग प्रभावित हैं। इस साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलन से अब तक 27 लोगों की जान जा चुकी है। राहत की बात ये है कि फिलहाल कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही।
आंध्र प्रदेश में मानसून पहुंचा, लेकिन कमजोर
इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य समय से 9 दिन पहले 26 मई को आंध्र प्रदेश पहुंच गया था। इसके बावजूद बारिश ने निराश किया। जून के पहले 9 दिनों में राज्य में सामान्य से 59% कम बारिश हुई है। जहां औसत सामान्य 24.4 mm होती है, वहीं इस बार महज 10.1 mm ही दर्ज की गई। कोनासीमा, बापटला, पूर्वी गोदावरी और कृष्णा जिलों में अब तक बारिश नहीं हुई। कुछ तटीय जिलों जैसे श्रीकाकुलम में अधिक वर्षा हुई, लेकिन एलुरु, गुंटूर, काकीनाडा, नेल्लोर और पश्चिम गोदावरी जैसे जिलों में 60–95% तक कम बारिश दर्ज की गई।