शुक्रवार, 9 मई को भारतीय शेयर बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली। शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स लगभग 900 अंक गिरकर 79,400 के स्तर पर पहुंच गया, जो करीब 1.14% की गिरावट दर्शाता है। वहीं, निफ्टी 300 अंक गिरकर 24,000 के आसपास कारोबार कर रहा है।
सेक्टर परफॉर्मेंस और स्टॉक्स:
बाजार की इस गिरावट में अधिकांश सेक्टर्स दबाव में नजर आए। रियल्टी (-1.98%), फाइनेंशियल सर्विसेज (-1.21%), ऑयल एंड गैस (-1.00%), और प्राइवेट बैंक (-0.99%) जैसे सेक्टर्स में गिरावट ने बाजार को नीचे धकेला। पावर ग्रिड, टाटा स्टील, और ICICI बैंक के शेयरों में 2% तक की गिरावट आई। हालांकि, टाइटन, एलएंडटी, और टाटा मोटर्स ने मजबूती दिखाई और 4% तक की तेजी दर्ज की। सरकारी बैंक और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर में हल्की खरीदारी रही।
वैश्विक संकेत सकारात्मक लेकिन स्थानीय दबाव ज्यादा
जापान का निक्केई 474 अंक (1.28%) चढ़ा, जबकि डाउ जोन्स, नैस्डैक और S&P 500 में भी अच्छी तेजी देखी गई। इसके बावजूद, घरेलू स्तर पर निवेशकों ने मुनाफावसूली और सेक्टरल दबाव को देखते हुए बिकवाली का रुख अपनाया।
विदेशी निवेशकों का भरोसा बरकरार:
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हालांकि भारतीय बाजार में FIIs (Foreign Institutional Investors) की दिलचस्पी बनी रही। 8 मई को FIIs ने 2,007.96 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, जबकि DIIs (Domestic Institutional Investors) ने 596.25 करोड़ के शेयर बेचे। अप्रैल में FIIs की नेट खरीदारी 2,735.02 करोड़ रही, वहीं DIIs ने 28,228.45 करोड़ की खरीदारी की।
8 मई को भी बाजार में गिरावट रही
- सेंसेक्स 412 अंक गिरकर 80,335, और निफ्टी 141 अंक गिरकर 24,274 पर बंद हुआ। जोमैटो, बजाज फाइनेंस, मारुति, टाटा स्टील जैसे स्टॉक्स में 3.5% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई थी।