रविवार, जून 15, 2025
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स्पोर्ट्स जर्नलिज्म बन रहा यंगस्टर्स का फेवरेट करियर, कंटेंट क्रिएशन और लाइव कवरेज में हैं हजारों मौके

जब मैदान में खिलाड़ी दौड़ता है, स्टेडियम गूंजता है और लोग टीवी से चिपक जाते हैं – तब वहां एक और ‘टीम’ होती है जो पर्दे के पीछे काम कर रही होती है। वही टीम जिसे कहते हैं स्पोर्ट्स मीडिया। यानी जो कैमरे, माइक और कीबोर्ड के ज़रिए खेलों की दुनिया को हम तक पहुंचाती है।

आज खेल सिर्फ इंटरटेनमेंट नहीं, ये पावर है – जो देश का गौरव भी बढ़ाता है और युवाओं को प्रेरणा भी देता है। और इस पावर को आवाज़ देता है खेल पत्रकारिता

स्पोर्ट्स + मीडिया = करियर की बाउंड्री के पार!

आज का मीडिया सिर्फ न्यूज़पेपर या टीवी तक नहीं रह गया। इंस्टाग्राम रील्स, यूट्यूब लाइव, पॉडकास्ट, ब्लॉग्स, डिजिटल न्यूज़ प्लेटफॉर्म्स और AI तक – हर जगह खेलों की बात होती है। और इस बात को दिलचस्प बनाने का काम करते हैं वे लोग जो स्पोर्ट्स जर्नलिज़्म को अपना पैशन और प्रोफेशन बना चुके हैं।

क्या-क्या कर सकते हो इस फील्ड में?

अगर आपको लगता है कि खेल पत्रकार सिर्फ मैच रिपोर्ट लिखता है, तो रुकिए – ये लिस्ट देखिए:

  • रिपोर्टर – लाइव मैच कवरेज, प्लेयर्स के इंटरव्यू
  • फीचर राइटर – बैकस्टोरी, प्रोफाइल, इंस्पिरेशन
  • डिजिटल कंटेंट क्रिएटर – वीडियो बनाना, रील्स एडिट करना
  • सोशल मीडिया मैनेजर – टीम पेज चलाना, लाइव अपडेट्स देना
  • ग्राफिक डिजाइनर – स्पोर्ट्स इनफोग्राफिक्स बनाना
  • वॉयस ओवर आर्टिस्ट / पॉडकास्टर – अपनी आवाज़ में खेल जगत की अनसुनी कहानी सुनाना
  • इवेंट कोऑर्डिनेटर – प्रेस कॉन्फ्रेंस से लेकर स्पॉन्सरशिप तक

मतलब, यहां हर टैलेंट की वैल्यू है – बस तुम्हें गेम की समझ और जज़्बा होना चाहिए! जो आप कोर्स के दौरान खेल जगत के धुरंधरों से सीखेंगे।

डिजिटल दुनिया का सुपरपावर

आजकल कैमरा चलाना, वीडियो एडिट करना, माइक्रोफोन पर बोलना या सोशल मीडिया एल्गोरिद्म समझना – ये सब स्किल्स तुम्हें मैदान से पहले स्क्रीन पर लाकर हीरो बना सकती हैं।

लाइव कवरेज, कैमरा हैंडलिंग, ग्राफिक्स, कमेंट्री, ब्लॉगिंग, यूट्यूब चैनल – ये सब अब करियर का हिस्सा बन चुके हैं।

और हां, स्पोर्ट्स ब्रांडिंग, प्रमोशन, स्पॉन्सर डीलिंग और इवेंट मैनेजमेंट जैसी चीज़ें भी अब इस प्रोफेशन का हॉट हिस्सा हैं।

क्या पढ़ना चाहिए?

अगर सीरियसली इस फील्ड में जाना है तो इन कोर्सेस पर फोकस करो:

  • BA / MA in Journalism or Mass Communication
  • Diploma in Sports Management / Digital Media
  • प्रैक्टिकल ट्रेनिंग – जैसे इंटर्नशिप, लाइव रिपोर्टिंग, रियल प्रोजेक्ट्स

इसके साथ ही, कैमरा, ऑडियो सेटअप, ग्राफिक टूल्स, कंटेंट एडिटिंग और सोशल मीडिया की थोड़ी टेक्निकल नॉलेज भी आजकल जरूरी है।

अगर स्पोर्ट्स दिल में है, तो करियर यहीं है!

अगर तुम क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी, हॉकी – किसी भी खेल को सिर्फ स्क्रीन पर नहीं, दिल से फॉलो करते हो…
अगर तुम्हें लिखना, बोलना, क्रिएट करना पसंद है…
तो स्पोर्ट्स मीडिया तुम्हारे लिए बना है।

यह फील्ड तुम्हें नाम, पहचान और पैशन से जुड़ा प्रोफेशन दे सकता है – और साथ में एक ऐसा प्लेटफॉर्म जहां तुम खेलों की असली कहानी दुनिया तक पहुंचा सकते हो।

एडमिशन के लिए कॉन्टेक्ट करें

डॉ. जयपाल, सहायक प्रोफेसर, स्पोर्ट्स जर्नलिज्म, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा, (राई, सोनीपत)। किसी भी तरह की जानकारी के लिए इस नंबर पर बात करें- 📱 9991610954

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