राजस्थान में शिक्षा विभाग में बड़ी संख्या में खाली चल रहे पदों को भरने की तैयारी शुरू हो चुकी है। भजनलाल सरकार न सिर्फ विभागीय प्रमोशन से रुकी हुई वैकेंसी को खोलने जा रही है, बल्कि सालों से रुकी डीपीसी प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा रही है। शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुणाल ने साफ किया है कि विभाग 2026 तक रिटायर होने वाले पदों को ध्यान में रखते हुए पहले से ही 50% एडवांस पदों को जोड़कर भर्ती की योजना बना रहा है। नए स्टाफिंग पैटर्न और नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत करीब 20 हजार पदों पर वैकेंसी बनने जा रही है। वहीं शिक्षक संगठनों ने प्रमोशन में देरी को लेकर चिंता जताई है और 1 जुलाई से पहले प्रक्रिया पूरी करने की मांग रखी है, ताकि स्कूलों में पढ़ाई पर असर न पड़े।
विभागीय प्रमोशन से बनेगी 20 हजार वैकेंसी
शिक्षा विभाग के सचिव कृष्ण कुणाल ने बताया कि फिलहाल ग्रेड थर्ड से वरिष्ठ अध्यापक की डीपीसी कोर्ट केस के कारण रुकी हुई है, जिसे सरकार जल्द वापस लेकर प्रक्रिया शुरू करेगी। ऐसा होते ही करीब 20 हजार नई वैकेंसी बन जाएंगी। सरकार का मकसद यह है कि पद खाली होने से पहले ही भर्ती की तैयारी कर ली जाए, ताकि आने वाले दो साल में प्रदेश में शिक्षक की कमी न हो।
2026 तक रिटायर होने वालों को जोड़कर बन रही एडवांस भर्ती योजना
कृष्ण कुणाल के मुताबिक, जो भर्तियां फिलहाल पाइपलाइन में हैं उनमें मुख्यमंत्री ने 2027 तक रिटायर होने वाले पदों को ध्यान में रखते हुए 50% एडवांस पद जोड़ने की इजाजत दे दी है। क्योंकि एक भर्ती प्रक्रिया में कम से कम एक साल लगता है और उसका रिजल्ट 2027 तक आता है। इसलिए पहले से ही अधिक पद जोड़कर भर्ती की जा रही है।
2014 के बाद पहली बार नया स्टाफिंग पैटर्न तैयार
सचिव ने बताया कि आखिरी बार स्टाफिंग पैटर्न 2014 में बदला गया था। अब नई शिक्षा नीति के मुताबिक नए कैडर तैयार किए जा रहे हैं और उसी आधार पर वैकेंसी बनाई जा रही है। इसका असर आने वाले समय में ग्रेड थर्ड से लेकर सीनियर लेवल टीचर्स तक पर दिखेगा।
RPSC कर रही है भर्तियां, लेकिन काफी पद फिर भी खाली
वर्तमान में राजस्थान लोक सेवा आयोग वरिष्ठ अध्यापक के 2129 और स्कूल व्याख्याता के 2202 पदों पर भर्ती कर रहा है। जबकि ग्राउंड पर सीनियर टीचर के 37 हजार से ज्यादा और व्याख्याता के करीब 18 हजार से ज्यादा पद खाली हैं। ऐसे में डीपीसी से ही बचे हुए हज़ारों पदों को भरा जाएगा।
शिक्षक संघ की मांग – प्रमोशन से ही भरे जाएं अधिकतर पद
राजस्थान प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा ने कहा कि प्रमोशन की प्रक्रिया पिछले पांच साल से रुकी हुई है। अगर प्रमोशन हो जाएं तो करीब 30 हजार पद तुरंत भर सकते हैं। वहीं उन्होंने यह भी दावा किया कि अगर नया स्टाफिंग पैटर्न लागू हो जाए तो करीब 38 हजार नए पद बन सकते हैं, जिनमें आधे पद सीधे भर्ती और आधे प्रमोशन से भरे जा सकते हैं। शिक्षक संघ ने सरकार से अपील की है कि 1 जुलाई से पहले प्रमोशन प्रक्रिया पूरी कर ली जाए।

- राजस्थान में प्रमोशन और नई स्टाफिंग नीति से 20 हजार वैकेंसी खुलने की तैयारी।
- शिक्षा विभाग 2026 तक रिटायर होने वाले पदों को ध्यान में रखकर एडवांस भर्ती कर रहा है।
- 2014 के बाद पहली बार नया स्टाफिंग पैटर्न लागू किया जा रहा है।
- RPSC सिर्फ 4 हजार पदों पर भर्ती कर रहा है, जबकि 55 हजार से ज्यादा पद खाली हैं।
- शिक्षक संगठनों ने 1 जुलाई से पहले प्रमोशन की मांग रखी, ताकि स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित न हो।