भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच 28 अप्रेल से नया कारोबारी सप्ताह शुरू होगा। एक्सपर्ट की राय में यह काफी उतार चढ़ाव वाला हो सकता है। इस सप्ताह बाजार में नए भारतीय वित्तीय वर्ष का पहला आईपीओ भी आएगा, जो एथर एनर्जी का होगा। यह 28 अप्रेल को ओपन होगा।
22 अप्रैल को कश्मीर के पहलगाम में हुए हमले ने न केवल दोनों देशों के रिश्तों को प्रभावित किया, बल्कि इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी देखा गया। इस हमले में 26 टूरिस्टों की मौत हो गई, जिसके बाद भारत ने सिंधु जल समझौता सस्पेंड कर दिया। पाकिस्तान ने भी द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित करने की घोषणा की और कहा कि भारत ने सिंधु जल को रोका तो यह युद्ध का कारण बन सकता है। इस घटनाक्रम के चलते शुक्रवार को बाजार में मुनाफावसूली देखने को मिली, और अगले कुछ दिनों में स्थिति और बिगड़ने की आशंका जताई जा रही है।
विदेशी निवेशकों का निवेश बढ़ा
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPIs) ने भारतीय शेयर बाजार में ₹17,800 करोड़ का निवेश किया, खासकर फाइनेंशियल सेक्टर में। यह खरीदारी वैल्यूएशन्स के आकर्षण के कारण हुई है। वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने ₹1,132 करोड़ के शेयर खरीदे। विदेशी निवेशकों की यह मजबूत खरीदारी भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक संकेत है, हालांकि बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव की संभावना बनी हुई है।
चौथी तिमाही के रिजल्ट और प्रमुख कंपनियों के अपडेट
इस हफ्ते 1 मई को मंथली ऑटो सेल्स डेटा जारी किया जाएगा, जिस पर बाजार की नजर रहेगी। इसके साथ ही, निवेशक इंडेक्स ऑफ इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन (IIP) और एचएसबीसी मैन्युफैक्चरिंग PMI के फाइनल आंकड़ों को भी ध्यान में रखेंगे। इस हफ्ते कई प्रमुख कंपनियां अपने चौथी तिमाही के रिजल्ट जारी करने वाली हैं, जिनमें बीपीसीएल, आईओसी, कोटक महिंद्रा बैंक, एसबीआई, बजाज फाइनेंस, टीवीएस मोटर, और अल्ट्राटेक सीमेंट प्रमुख हैं। ग्लोबल लेवल पर, व्यापार और टैरिफ से संबंधित अपडेट भी महत्वपूर्ण हो सकते हैं।
वित्त वर्ष 2026 का पहला आईपीओ ओपन
28 अप्रैल को एथर एनर्जी का आईपीओ भारतीय शेयर बाजार में खुलेगा, जो वित्त वर्ष 2026 का पहला मेनबोर्ड आईपीओ है। इसके साथ ही, SME सेगमेंट में चार इश्यू भी खुलेगा। टैंकअप इंजीनियर्स के शेयर बीएसई एसएमई या एनएसई एसएमई में लिस्ट होंगे। निवेशकों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है, लेकिन बाजार की स्थिति को देखते हुए सतर्क रहना जरूरी है।
निफ्टी और सेंसेक्स के लिए महत्वपूर्ण लेवल
पिछले तीन हफ्तों में निफ्टी 50 ने जबरदस्त रिबाउंड किया है। अब निवेशकों की नजर 23,800 के स्तर पर है, क्योंकि इस स्तर को बनाए रखने से निफ्टी के तेजी के रुझान को बल मिलेगा। शुक्रवार को सेंसेक्स 589 अंक गिरकर 79,212 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 207 अंक गिरकर 24,039 पर आ गया। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 26 में गिरावट रही, जबकि आईटी सेक्टर के शेयरों में हल्की तेजी आई।
शेयर बाजार में यह सप्ताह उतार-चढ़ाव का हो सकता है, और निवेशकों को सभी फैक्टर्स का ध्यान रखते हुए अपनी रणनीतियों को तैयार रखना चाहिए।