पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान ने लड़ाई नहीं रोकी होती, तो अमेरिका उनके साथ कोई व्यापार नहीं करता। व्हाइट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में ट्रम्प ने दावा किया कि अमेरिका की मध्यस्थता से दोनों देशों के बीच एक बड़ी जंग टल गई। उनका कहना था कि दोनों परमाणु ताकतें आमने-सामने थीं और लाखों जानें जा सकती थीं।
ट्रम्प का ट्रेड कार्ड काम आया
ट्रम्प ने बताया कि उन्होंने दोनों देशों से दो टूक कहा- अगर तुम लोग सीजफायर नहीं करते हो, तो अमेरिका व्यापार नहीं करेगा। ट्रम्प बोले, “लोगों ने कभी व्यापार को इस तरह इस्तेमाल नहीं किया जैसे मैंने किया।” उनके अनुसार, अमेरिका ने दबाव बनाया और दोनों देश मान गए।
भारत-पाक की लीडरशिप की तारीफ
ट्रम्प ने भारत और पाकिस्तान की सरकारों की भी तारीफ की। बोले- दोनों देशों की लीडरशिप समझदार, मजबूत और संयमित रही। इस कठिन हालात में दोनों ने गंभीरता से फैसले लिए। ट्रम्प ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो की भी भूमिका की सराहना की।
पहलगाम हमले के बाद तनाव बढ़ा था
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने माहौल बिगाड़ दिया था। आतंकियों ने 26 टूरिस्ट की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इसके 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और PoK में बड़ी एयर स्ट्राइक की, जिसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए और 9 ठिकाने तबाह हुए।
सीजफायर की जानकारी ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर दी
7 मई की रात 1:05 बजे भारत और पाकिस्तान के बीच सीधा सैन्य टकराव शुरू हुआ था। भारतीय सेना ने ऑपरेशन ‘सिंदूर’ चलाया। चार दिन तक दोनों देशों के बीच संघर्ष चला और फिर ट्रम्प ने 10 मई को शाम 5:30 बजे सोशल मीडिया पोस्ट कर बताया कि भारत और पाकिस्तान में सीजफायर हो गया है।
ट्रम्प जूनियर और शरीफ ने भी दी प्रतिक्रिया
ट्रम्प के बेटे डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने भी अपने पिता की तारीफ की। बोले- अमेरिका की वजह से दुनिया आज सुरक्षित है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी अपने भाषण में ट्रम्प की पहल को सराहा।

- ट्रम्प ने दावा किया- भारत-पाक के बीच परमाणु युद्ध अमेरिका ने रोका।
- कहा- व्यापार बंद करने की धमकी से दोनों देश सीजफायर पर राज़ी हुए।
- पहलगाम हमले के बाद भारत ने PoK में एयर स्ट्राइक की थी।
- ट्रम्प ने 10 मई को सोशल मीडिया पर सीजफायर की जानकारी दी।
- ट्रम्प जूनियर और पाक पीएम शरीफ ने भी ट्रम्प की पहल को सराहा।