11 अप्रैल, शुक्रवार को अमेरिकी डॉलर इंडेक्स में लगातार चौथे सत्र में गिरावट देखने को मिली। इंडेक्स 99.02 पर आ गया, जो जुलाई 2023 के बाद पहली बार 100 अंक से नीचे गया है। अप्रैल महीने में अब तक इंडेक्स में कुल 4.21% की गिरावट दर्ज की गई है, जबकि जनवरी 2025 में यह 110 के स्तर पर था। इस लिहाज से कुल गिरावट 9.31% तक पहुंच गई है।
निवेशकों का भरोसा घटा, रुख किया स्विस फ्रैंक, येन, यूरो और गोल्ड की ओर
अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर अनिश्चितताओं के बीच निवेशक अब अमेरिकी डॉलर को छोड़कर पारंपरिक सुरक्षित विकल्पों का रुख कर रहे हैं। इनमें स्विस फ्रैंक, जापानी येन, यूरो और सोना शामिल हैं। शुक्रवार को डॉलर, स्विस फ्रैंक के मुकाबले पिछले 10 वर्षों के सबसे निचले स्तर पर पहुंचा। वहीं येन के मुकाबले 6 महीने का न्यूनतम स्तर देखा गया।
यूरो में भी 1.7% की तेज़ी रही और यह 1.13855 डॉलर पर पहुंच गया, जो फरवरी 2022 के बाद पहली बार इस स्तर पर आया है। इस बीच, सोने की कीमतों ने भी रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ, जो निवेशकों के बढ़ते डर को दर्शाता है।
ट्रंप की टैरिफ नीति बनी गिरावट की वजह, ट्रेड वॉर का संकट गहराया
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आक्रामक व्यापार नीति और बढ़ते टैरिफ अमेरिकी डॉलर पर दबाव बना रहे हैं। गुरुवार को अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर टैरिफ 125% से बढ़ाकर 145% कर दिया। इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी वस्तुओं पर टैरिफ 84% से 125% कर दिया। इस टकराव ने वैश्विक ट्रेड वॉर की आशंका को और गहरा कर दिया है।
विशेषज्ञ मानते हैं कि लगातार बढ़ते टैरिफ और कमजोर होती डॉलर पॉलिसी से अमेरिका को दीर्घकालिक आर्थिक नुकसान हो सकता है। निवेशक इस माहौल में अमेरिकी एसेट्स से निकलकर उन विकल्पों की ओर बढ़ रहे हैं जिन्हें पारंपरिक रूप से “सेफ हेवेन” कहा जाता है।
जनवरी में उछाल, अब लगातार गिरावट—डॉलर में अस्थिरता का दौर
5 नवंबर को ट्रंप की चुनावी जीत के बाद डॉलर इंडेक्स में जबरदस्त उछाल आया था, जो जनवरी तक 110 के स्तर को पार कर गया था। लेकिन जैसे-जैसे ट्रंप की व्यापारिक नीतियों का असर दिखने लगा, डॉलर में गिरावट का सिलसिला शुरू हुआ। अब आर्थिक मंदी की संभावनाओं ने इस गिरावट को और तेज कर दिया है।

- डॉलर इंडेक्स शुक्रवार 11 अप्रैल को 99.02 के स्तर तक गिर गया, जो जुलाई 2023 के बाद पहली बार 100 से नीचे है।
- अप्रैल में 4.21% की गिरावट, और जनवरी से अब तक 9.31% की कुल गिरावट दर्ज की गई है।
- निवेशकों का भरोसा घटने के चलते स्विस फ्रैंक, जापानी येन, यूरो और सोने की ओर झुकाव देखा गया।
- अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ वॉर गहराया—अमेरिका ने टैरिफ 145%, चीन ने जवाब में 125% कर दिया।
- सोना और यूरो ने रिकॉर्ड स्तर छुए; डॉलर 10 साल के निचले स्तर पर पहुंचा—मंदी की आशंका से बाजार में अस्थिरता।