टीम इंडिया के सुपरस्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने 12 मई की शाम टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का ऐलान किया। ये फैसला ऐसे वक्त में आया जब सबको लग रहा था कि कोहली आराम से 3-4 साल और इस फॉर्मेट में खेल सकते हैं। उनकी फिटनेस और अनुभव को देखते हुए कोई भी इस फैसले की उम्मीद नहीं कर रहा था। खुद कई पूर्व क्रिकेटर भी कोहली से खेलते रहने की गुज़ारिश कर चुके थे।
10 हज़ार रन से चूक गए विराट
कोहली ने 123 टेस्ट में 9230 रन बनाए। यानी सिर्फ 770 रन और बनते तो उनका नाम टेस्ट क्रिकेट के 10 हज़ारी क्लब में शामिल हो जाता। 30 शतक, 31 अर्धशतक और 7 दोहरे शतक कोहली ने अपने नाम किए। 46.85 की औसत और 55 से ज़्यादा की स्ट्राइक रेट के साथ उनका रिकॉर्ड शानदार है। ऐसे में अचानक रिटायरमेंट का फैसला वाकई चौंकाने वाला है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टेस्ट
कोहली आखिरी बार जनवरी 2025 में सिडनी टेस्ट में नज़र आए थे। भारत उस सीरीज़ में 1-3 से हार गया था। कोहली ने पहले टेस्ट में शतक तो जड़ा लेकिन फिर बाकी मैचों में उनका बल्ला खामोश रहा। सिडनी टेस्ट में 17 और 6 रन बनाकर उन्होंने करियर को अलविदा कह दिया।
चयन से ठीक पहले लिया फैसला
टीम इंडिया के सिलेक्टर्स कुछ ही दिनों में इंग्लैंड टूर के लिए टेस्ट टीम का ऐलान करने वाले थे। माना जा रहा था कि कोहली को टीम में जगह मिलती, लेकिन उन्होंने इससे पहले ही फैसला ले लिया। कोहली पिछले साल टी20 से पहले ही संन्यास ले चुके हैं, और अब टेस्ट से भी किनारा कर लिया।
2011 में हुआ था डेब्यू, 2025 में लिया संन्यास
कोहली का टेस्ट डेब्यू जून 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुआ था। उस मैच में उन्होंने 4 और 15 रन बनाए थे। 14 साल के लंबे करियर में कोहली ने भारत को कई मैच जिताए और एक बेहतरीन कप्तान के रूप में भी टीम को आगे बढ़ाया। अब उन्होंने खुद को सिर्फ वनडे क्रिकेट तक सीमित कर लिया है।

- विराट कोहली ने 123 टेस्ट में 9230 रन बनाए, 10 हज़ार रन के करीब थे।
- उनके नाम 30 टेस्ट शतक और 7 दोहरे शतक हैं, औसत 46.85 रहा।
- आखिरी बार सिडनी में जनवरी 2025 में टेस्ट खेला, प्रदर्शन फीका रहा।
- चयन से पहले संन्यास लेकर सबको चौंकाया, फिटनेस अच्छी थी फिर भी अलविदा कहा।
- डेब्यू 2011 में हुआ था, अब सिर्फ वनडे खेलने का इशारा किया है।