RBI ने सोवरेन गोल्ड बॉंड के प्रीमैच्योर रिडेम्पशन की तारीखें घोषित की हैं।
नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने 21 फरवरी को एक प्रेस रिलीज के जरिए बताया कि वह अप्रैल से सितंबर 2025 के बीच सोवरेन गोल्ड बॉंड (SGB) के प्रीमैच्योर रिडेम्पशन की तारीखें घोषित कर रहा है। इसके तहत, निवेशक निर्धारित तिथियों से पहले अपने बॉंड्स को भुना सकेंगे। हालांकि, RBI ने यह भी स्पष्ट किया कि असामयिक छुट्टियों के चलते तारीखों में बदलाव संभव है, इसलिए निवेशकों को आवेदन की तारीखों का ध्यान रखना होगा।
सोवरेन गोल्ड बॉंड का महत्व
सोवरेन गोल्ड बांड भारत सरकार द्वारा जारी एक वित्तीय उत्पाद है, जो निवेशकों को डिजिटल सोने में निवेश करने की सुविधा देता है। इन बांड्स को सोने के ग्राम के आधार पर अंकित किया जाता है और निवेशकों को सालाना 2.5% ब्याज मिलता है। इस स्कीम का एक प्रमुख लाभ यह है कि निवेशकों को फिजिकल गोल्ड के रखरखाव की चिंता नहीं होती।
निवेश की प्रक्रिया और पात्रता
आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि सोवरेन गोल्ड बॉंड केवल 5 साल बाद ही प्रीमैच्योर रिडेम्पशन के लिए भुनाए जा सकते हैं। जो निवेशक 5 साल पूरे होने के बाद अपने SGBs भुनाना चाहते हैं, उन्हें ही आवेदन करने की अनुमति है। आवेदन की तारीखें विभिन्न सीरीज के लिए अलग-अलग होंगी। इसके अतिरिक्त, भारतीय नागरिकों के अलावा, HUF, ट्रस्ट, विश्वविद्यालय और चैरिटेबल संस्थाएं भी इस स्कीम में निवेश कर सकती हैं।