हरियाणा के चरखी दादरी जिले का जवान अमित सांगवान जम्मू-कश्मीर के रामबन जिले में हुए एक दर्दनाक हादसे में शहीद हो गया। 4 मई को बैटरी चश्मा इलाके में सेना का वाहन करीब 600 मीटर गहरी खाई में गिर गया। वाहन जम्मू से श्रीनगर जा रहे काफिले का हिस्सा था। हादसे में अमित के अलावा दो अन्य जवान सुजीत कुमार और मन बहादुर भी शहीद हो गए।
सेना, SDRF और स्थानीय पुलिस ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन तीनों जवानों को नहीं बचाया जा सका। यह हादसा नेशनल हाईवे 44 पर सुबह करीब साढ़े 11 बजे हुआ, जब ड्राइवर का वाहन पर से नियंत्रण हट गया।
राजकीय सम्मान से अंतिम संस्कार
अमित सांगवान की पार्थिव देह मंगलवार को उनके पैतृक गांव सारंगपुर पहुंची। ग्रामीणों और सेना के जवानों की मौजूदगी में उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। पूरे गांव में शोक की लहर है।
डेढ़ साल पहले सेना में भर्ती, पठानकोट में थी पोस्टिंग
24 वर्षीय अमित ने गांव के सरकारी स्कूल से पढ़ाई की और भिवानी के कॉलेज से बीकॉम किया था। वे डेढ़ साल पहले सेना में बतौर ड्राइवर भर्ती हुए थे और उनकी पोस्टिंग पठानकोट में थी। हादसे वाले दिन वे अपने साथियों के साथ ड्यूटी के तहत जम्मू-कश्मीर में थे।
पिता की पहले ही हो चुकी थी मौत
अमित के पिता राजेश सांगवान की कुछ साल पहले बीमारी से मौत हो चुकी थी। घर में अब मां कृष्णा देवी, दादा आजाद सिंह (सेना से रिटायर्ड), दादी और शादीशुदा बहन हैं। अमित का परिवार खेती-किसानी करता है और बेटे की सेवा पर उन्हें गर्व था।
हाल ही में हुई थी सगाई, नवंबर में होनी थी शादी
अमित हाल ही में छुट्टी लेकर घर आए थे। परिवार ने भिवानी के दरियापुर गांव की एक लड़की से उनका रिश्ता तय किया था। कुछ दिन पहले ही सगाई हुई थी और परिवार ने नवंबर में शादी की योजना बनाई थी। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।