आमिर खान की अगली फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ 20 जून को सिनेमाघरों में आने वाली है। रिपोर्ट्स के मुताबिक ये फिल्म साल 2007 में आई सुपरहिट ‘तारे ज़मीन पर’ का सीक्वल है। इस बार फिल्म की कहानी फिर से स्पेशल बच्चों पर ही है, लेकिन इस बार ट्विस्ट ये है कि आमिर फिल्म में विलेन का रोल निभा रहे हैं। फिल्म का निर्देशन आरएस प्रसन्ना ने किया है।
10 नए एक्टर्स के साथ करेंगे वापसी
फिल्म का हाल ही में पोस्टर रिलीज़ हुआ है और उसके बाद से फैन्स में काफी उत्साह देखने को मिला है। खास बात ये है कि आमिर इस फिल्म से 10 नए एक्टर्स को लॉन्च कर रहे हैं। बॉलीवुड में जब कोई बड़ा नाम नए चेहरों को मौका देता है तो फैंस और फिल्म इंडस्ट्री, दोनों की नज़रें उस पर टिक जाती हैं।
आमिर खान का अनोखा फीस सिस्टम
एक इंटरव्यू में आमिर खान ने खुलासा किया कि जब उनकी फिल्में फ्लॉप होती हैं तो वो अपनी फीस नहीं लेते। आमिर ने साफ-साफ कहा कि उनकी फीस मुनाफे से जुड़ी होती है। अगर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर चलती है तो उन्हें पैसे मिलते हैं, लेकिन अगर फिल्म फ्लॉप होती है तो वो पेमेंट नहीं लेते। ‘लाल सिंह चड्ढा’ के फ्लॉप होने के बाद उन्होंने कोई फीस नहीं ली थी।
‘ये मेरी जिम्मेदारी है’ – आमिर खान
आमिर ने कहा, “अगर मेरी फिल्म नहीं चलती तो मुझे ही ज़िम्मेदारी लेनी चाहिए। ये मेरी सोच है। मैं प्रॉफिट में हिस्सा लेता हूं, लेकिन अगर फिल्म घाटे में जाती है तो पैसे नहीं लेता और मुझे इसका कोई अफसोस नहीं होता।” उन्होंने ये भी जोड़ा कि ऐसा सभी एक्टर्स पर लागू नहीं किया जा सकता, क्योंकि हर एक्टर की अपनी सोच होती है।
‘मैं किसी को जज नहीं कर रहा’
आमिर ने अपनी बात रखते हुए कहा कि वो किसी को गलत साबित नहीं कर रहे, बस अपनी सोच और जिम्मेदारी की बात कर रहे हैं। “अगर कोई एक्टर दिन के हिसाब से पैसे लेता है, तो ये उनकी प्रोफेशनल अप्रोच है। मैं ऐसा नहीं सोचता। ऑडियन्स मुझे देखने आती है, तो मुझे अपने काम को जस्टिफाई करना है, यही मेरी जिम्मेदारी है।”

- आमिर खान की फिल्म ‘सितारे ज़मीन पर’ 20 जून को रिलीज़ होगी, जिसमें वो विलेन की भूमिका में दिखेंगे।
- ये फिल्म ‘तारे ज़मीन पर’ का सीक्वल है और स्पेशल बच्चों पर आधारित है।
- आमिर इस फिल्म से 10 नए एक्टर्स को लॉन्च करने जा रहे हैं।
- उन्होंने कहा कि अगर फिल्म फ्लॉप होती है तो वो फीस नहीं लेते, जैसे ‘लाल सिंह चड्ढा’ में हुआ।
- आमिर का मानना है कि फिल्म की सफलता-असफलता की ज़िम्मेदारी उनकी भी है, और वो उसी हिसाब से फीस लेते हैं।