Monday, April 28, 2025
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आतंकी हमले से टूटा दूल्हे का सपना: Attari Border से लौटाया गया बाड़मेर का परिवार, पाकिस्तान में होनी थी शादी

बाड़मेर जिले के इंद्रोई गांव के रहने वाले 25 साल के शैतान सिंह की 30 अप्रैल को पाकिस्तान के अमरकोट में शादी तय थी। सब कुछ ठीक चल रहा था, तीन साल की लंबी कोशिश के बाद वीजा भी मिल गया था। पूरा परिवार खुश था, लेकिन 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले ने सब कुछ बदल दिया। अटारी बॉर्डर बंद हो गया और दूल्हा-दुल्हन का मिलन अधूरा रह गया। अब पूरा परिवार चिंता में है कि शादी कब और कैसे होगी।

कैसे लौटा परिवार बॉर्डर से

शैतान सिंह अपने पिता और भाई के साथ 23 अप्रैल को वाघा-अटारी बॉर्डर के लिए निकले थे। वहां पहुंचने के बाद पता चला कि आतंकी हमले के कारण 24 अप्रैल से बॉर्डर बंद कर दिया गया है। सिक्योरिटी एजेंसियों ने उन्हें वापस भेज दिया। अब उनका वीजा 12 मई तक का है, इसलिए परिवार को थोड़ी उम्मीद बाकी है कि शायद हालात सुधर जाएं।

दूल्हे का सरकार पर भरोसा

शैतान सिंह ने बातचीत में कहा कि आतंकियों ने जो किया वो गलत था। उनकी शादी जैसे खुशी के मौके पर पानी फिर गया, लेकिन भारत सरकार ने जो फैसला लिया है, वो सही है। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा पहले है और वो सरकार के हर फैसले के साथ हैं। उनकी बातें साफ दिखाती हैं कि हालातों के बीच भी वे संयम और समझदारी दिखा रहे हैं।

पाकिस्तान से भी जुड़े हैं रिश्ते

शैतान सिंह के चचेरे भाई सुरेंद्र सिंह ने बताया कि उनका परिवार पाकिस्तान के सिंध प्रांत के अमरकोट इलाके से भी जुड़ा हुआ है। रिश्तेदार दोनों तरफ बसे हैं। उनके चार बेटे पाकिस्तान में और दो बच्चे बाड़मेर में रहते हैं। दोनों देशों में फैले रिश्तों की वजह से ये शादी तय हुई थी। अब सीमा बंद होने से पूरा परिवार मायूस हो गया है।

गोत्र परंपरा निभाते सोढ़ा राजपूत

सिंध प्रांत में सोढ़ा राजपूत समुदाय की बड़ी आबादी है, जो अपने गोत्र की परंपरा को बहुत मानते हैं। ऐसे में वे सरहद के इस पार से भी अपने बच्चों के रिश्ते तय करते हैं। शैतान सिंह की शादी भी इसी परंपरा के चलते तय हुई थी। मगर आतंकवाद ने एक बार फिर दो परिवारों को मिलते-मिलते रोक दिया।

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  1. बाड़मेर के शैतान सिंह की 30 अप्रैल को पाकिस्तान के अमरकोट में शादी होनी थी।
  2. तीन साल की मेहनत से वीजा मिला, लेकिन 22 अप्रैल के आतंकी हमले के बाद बॉर्डर बंद कर दिया गया।
  3. दूल्हा अपने पिता और भाई के साथ अटारी बॉर्डर पर पहुंचा था, लेकिन सिक्योरिटी एजेंसियों ने उन्हें लौटा दिया।
  4. शैतान सिंह ने सरकार के फैसले का समर्थन किया और आतंकवाद की निंदा की।
  5. पाकिस्तान और भारत दोनों तरफ फैले रिश्तों के चलते शादी तय हुई थी, पर अब परिवार चिंता में है।
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