Homeटॉप न्यूजपंजाब ने हरियाणा का पानी रोका, गर्माया सियासी पारा: भगवंत मान बोले-...

पंजाब ने हरियाणा का पानी रोका, गर्माया सियासी पारा: भगवंत मान बोले- ‘एक बूंद एक्स्ट्रा नहीं देंगे’, हरियाणा बोला- ‘राजनीति बंद करो’

हरियाणा और पंजाब के बीच पानी को लेकर एक बार फिर टकराव बढ़ गया है। भाखड़ा नहर से हरियाणा को मिलने वाले पानी की मात्रा घटा दी गई है। पहले हरियाणा को रोजाना साढ़े 9 हजार क्यूसिक पानी मिलता था, अब ये घटाकर 4 हजार कर दिया गया है। इसका असर हरियाणा के पांच जिलों पर पड़ सकता है जहां नहर का पानी पीने और खेती दोनों के लिए ज़रूरी है।

पंजाब CM का साफ संदेश: एक बूंद भी एक्स्ट्रा नहीं

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने साफ कर दिया है कि उनके पास हरियाणा को देने के लिए अतिरिक्त पानी नहीं है। उनका कहना है कि हरियाणा अपना सारा कोटा पहले ही इस्तेमाल कर चुका है। उन्होंने कहा कि भाजपा दबाव बनाकर राजनीति कर रही है, जबकि पंजाब सिर्फ उतना पानी देगा जितना तय हुआ है। मान ने यह भी कहा कि अगर केंद्र सरकार पाकिस्तान जाने वाला पानी रोककर पंजाब के डैम भर दे, तो वे हरियाणा को पानी दे सकते हैं।

हरियाणा CM सैनी का पलटवार: भरोसा देकर अब राजनीति कर रहे

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भगवंत मान के बयान को झूठा और भ्रामक बताया है। उनका दावा है कि 3 दिन पहले खुद मान ने फोन पर बातचीत में इस मुद्दे को सुलझाने का भरोसा दिया था। सैनी ने कहा कि जब पंजाब के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उन्हें खुद पत्र लिखकर स्थिति बतानी पड़ी। अब जवाब देने के बजाय CM मान वीडियो जारी कर राजनीति कर रहे हैं।

केंद्र से मदद की गुहार, दिल्ली में हुई बैठक

हरियाणा की सिंचाई मंत्री श्रुति चौधरी ने इस मुद्दे को लेकर दिल्ली में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल से मुलाकात की। बैठक में हरियाणा में उत्पन्न हो रहे जल संकट और इसके संभावित असर पर चर्चा हुई। सरकार ने मांग की है कि केंद्र इस मुद्दे में हस्तक्षेप करे और भाखड़ा नहर के पानी की सप्लाई को दुरुस्त करवाए।

सवाल-जबाव से समझिए विवाद की जड़

1981 में पंजाब-हरियाणा के बीच भाखड़ा नहर को लेकर समझौता हुआ था, जिसमें पानी का कोटा तय किया गया था। अब पंजाब कह रहा है कि हरियाणा पहले ही अपना हिस्सा ले चुका है। दूसरी ओर हरियाणा का दावा है कि यह कटौती मनमानी है और इसका असर आम जनता पर पड़ेगा। यह विवाद अब सिर्फ पानी का नहीं, राजनीतिक मोर्चे का हिस्सा बन गया है।

निचोड़: पानी नहीं राजनीति बह रही है

यह मामला अब महज़ जल संकट नहीं रहा, बल्कि इसमें सियासत खुलकर उतर आई है। दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और आम लोग गर्मी के इस मौसम में पानी की एक-एक बूंद के लिए परेशान हो सकते हैं। अगर जल्द समाधान नहीं निकला, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।

 Nationalbreaking.com । नेशनल ब्रेकिंग - सबसे सटीक

  1. पंजाब ने हरियाणा को मिलने वाला पानी 9500 से घटाकर 4000 क्यूसिक कर दिया।
  2. भगवंत मान बोले- हरियाणा ने पहले ही सारा कोटा इस्तेमाल कर लिया, अब एक्स्ट्रा पानी नहीं देंगे।
  3. CM सैनी बोले- मान ने भरोसा दिया था लेकिन अब राजनीति कर रहे हैं।
  4. हरियाणा की मंत्री ने केंद्र से मदद मांगी, दिल्ली में जल शक्ति मंत्री से मुलाकात की।
  5. हरियाणा के 5 जिले जल संकट की चपेट में आ सकते हैं, हालात गंभीर हो सकते हैं।
अन्य खबरें