बिहार में नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल का विस्तार होने जा रहा है, जिसमें 6 नए मंत्री शामिल हो सकते हैं। इस विस्तार को विधानसभा चुनाव 2025 से पहले जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है।
नेशनल ब्रेकिंग. बिहार की राजनीति में तेजी से बदले घटनाक्रम के तहत आज शाम मंत्रीमंडल में विस्तार हो सकता है। इस विस्तार से पहले भाजपा अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बताया कि वे पार्टी के एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के आधार पर इस्तीफा दे रहे हैं। बहरहाल, बताया जा रहा है कि इस बार नीतीश सरकार में भारतीय जनता पार्टी का प्रभाव अधिक हो सकता है। बिहार में 2025 में विधानसभा चुनाव है और माना जा रहा है कि उससे पहले ये एक रणनीतिक कदम है।
नए मंत्रियों की लिस्ट में इन नामों की चर्चा
नीतीश मंत्रिमंडल में 6 नए चेहरों को शामिल करने की योजना है, जिनमें संजय सरावगी, राजू सिंह, अवधेश पटेल, जीवेश मिश्रा और अनिल शर्मा के नाम सामने आ रहे हैं। इन नए चेहरों के शामिल होने से बिहार की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं, और जातीय-क्षेत्रीय समीकरणों को संतुलित करने की कोशिश की जा सकती है।
मंत्रिमंडल में बढ़ सकती है संख्या, 36 मंत्री हो सकते हैं शामिल
वर्तमान में नीतीश मंत्रिमंडल में 30 मंत्री हैं, जिनमें बीजेपी के 15, जदयू के 13, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के 1 और 1 निर्दलीय मंत्री हैं। संवैधानिक रूप से मंत्रिमंडल में अधिकतम 36 सदस्य हो सकते हैं, यानी 6 और मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। हालांकि, बीजेपी के मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल ने हाल ही में इस्तीफा दिया है, जिसके बाद अब कुल 7 मंत्री और शामिल किए जा सकते हैं।
बीजेपी और नीतीश के बीच बनी सहमति
सूत्रों का कहना है कि हाल ही में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और नीतीश कुमार के बीच मुलाकात में इस विस्तार पर सहमति बनी थी। इस विस्तार को आगामी विधानसभा चुनाव से पहले जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम के रूप में देखा जा रहा है।