गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को चेन्नई में एक अहम राजनीतिक घटनाक्रम के तहत भाजपा और AIADMK के फिर से साथ आने की घोषणा की। उन्होंने साफ किया कि 2026 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में गठबंधन का नेतृत्व AIADMK प्रमुख ई. पलानीस्वामी करेंगे।
शाह ने यह भी बताया कि सीटों का बंटवारा आपसी बातचीत से तय किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन को लेकर न तो AIADMK की कोई खास मांग है, न ही भाजपा उनके अंदरूनी मामलों में दखल देगी। इस साझेदारी को उन्होंने ‘दोनों दलों के लिए फायदेमंद’ बताया।
DMK सरकार पर हमला, भ्रष्टाचार को बताया मुख्य मुद्दा
अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मौजूदा DMK सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगला विधानसभा चुनाव भ्रष्टाचार, दलितों और महिलाओं पर अत्याचार जैसे मुद्दों पर लड़ा जाएगा।
शाह ने कहा कि जनता DMK सरकार से घोटालों पर जवाब मांग रही है और आने वाले चुनावों में इन्हीं मसलों पर वोट पड़ेंगे।
जरूरत पड़ी तो होगा कॉमन मिनिमम प्रोग्राम (CMP)
234 सीटों वाले तमिलनाडु में गठबंधन के कामकाज को लेकर शाह ने कहा कि यदि जरूरी हुआ तो न्यूनतम साझा कार्यक्रम (CMP) भी तैयार किया जाएगा। उन्होंने माना कि कुछ मुद्दों पर दोनों दलों के रुख अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन इन्हें आपसी चर्चा से सुलझाया जाएगा।
AIADMK में वापसी कर सकते हैं नागेंद्रन
गठबंधन की घोषणा के साथ ही तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर भी बड़ा संकेत मिला। तिरुनेलवेली से भाजपा विधायक और पूर्व AIADMK नेता नयनार नागेन्द्रन को अगला प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की संभावना जताई गई है।
हालांकि, अब तक उनकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। शाह के एक सोशल मीडिया पोस्ट के अनुसार, मौजूदा अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने ही नागेन्द्रन का नाम प्रस्तावित किया था।
2021 में मिला था NDA को झटका
2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा-AIADMK गठबंधन को केवल 75 सीटें मिली थीं। इनमें AIADMK को 66, भाजपा को 2 और अन्य को 7 सीटें मिली थीं। इसके विपरीत DMK ने 159 सीटों के साथ भारी जीत दर्ज की थी और एम.के. स्टालिन मुख्यमंत्री बने थे।
सितंबर 2023 में भाजपा नेता अन्नामलाई की कुछ टिप्पणियों के चलते गठबंधन टूट गया था। लेकिन अब चुनावी समीकरणों को देखते हुए दोनों दल एक बार फिर एकजुट हो गए हैं।

- गृह मंत्री अमित शाह ने चेन्नई में भाजपा और AIADMK के बीच नए गठबंधन की घोषणा की, EPS को 2026 विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किया गया।
- शाह ने कहा कि सीटों का बंटवारा आपसी बातचीत से होगा और AIADMK के आंतरिक मामलों में भाजपा हस्तक्षेप नहीं करेगी।
- उन्होंने DMK सरकार पर भ्रष्टाचार, दलितों व महिलाओं पर अत्याचार के मुद्दों को उठाते हुए इन मुद्दों को चुनावी एजेंडा बताया।
- जरूरत पड़ने पर न्यूनतम साझा कार्यक्रम (CMP) की रूपरेखा तय करने की भी बात कही गई।
- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नयनार नागेंद्रन का नाम सामने आया है, जो पहले AIADMK में रह चुके हैं, जिससे गठबंधन को मजबूती मिल सकती है।