प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पार्टी नेतृत्व और संगठन में संभावित बदलावों को लेकर एक अहम बैठक की। यह बैठक उनके आधिकारिक आवास पर हुई, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और संगठन महामंत्री बीएल संतोष भी मौजूद रहे। सूत्रों के अनुसार, भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम का ऐलान एक हफ्ते के भीतर हो सकता है।
राज्य इकाइयों में भी बदलाव की तैयारी
बैठक में भाजपा के उन राज्य अध्यक्षों के नामों पर भी चर्चा हुई, जहां संगठनात्मक फेरबदल की ज़रूरत महसूस की जा रही है। कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश जैसे प्रमुख राज्यों में नए प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा अगले 2-3 दिनों में हो सकती है।
बताया जा रहा है कि करीब आधा दर्जन राज्यों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति की जा रही है, जो राष्ट्रीय नेतृत्व में आने वाले बदलावों की भूमिका तय करेंगे।
अब नए चेहरे पर चर्चा जारी
जेपी नड्डा जनवरी 2020 से भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। पार्टी संविधान के अनुसार उनका कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो गया था, लेकिन लोकसभा चुनाव की तैयारियों को देखते हुए उन्हें पद पर बनाए रखा गया। अब जबकि चुनाव नज़दीक हैं, पार्टी ऐसा चेहरा तलाश रही है जो संगठन को चुनावी मोर्चे पर मजबूती से नेतृत्व दे सके।
तीन साल का होता है सामान्य कार्यकाल
भाजपा के संविधान के मुताबिक, राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल आमतौर पर तीन साल का होता है। हालांकि परिस्थितियों के आधार पर यह अवधि बढ़ाई भी जा सकती है, जैसा कि नड्डा के मामले में हुआ।
पार्टी सूत्रों का मानना है कि इस बार अध्यक्ष पद के लिए चयन बेहद सोच-समझकर किया जा रहा है, ताकि नेतृत्व का सहज और सशक्त हस्तांतरण संभव हो सके।